जबलपुर l  के विकासखंड पाटन में मटर की बोनी प्रारंभ हो गई है| इस वर्ष पाटन विकासखण्ड में 15 हजार हेक्टेयर में मटर की बोनी प्रस्तावित है| किसानो को अच्छी गुणवत्ता का मटर बीज एवं अन्य आदान सामग्री प्राप्त हो सके इसके लिए किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग के अधिकारियों ने पाटन स्थित बीज एवं कृषि आदान विक्रय प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान विक्रेताओं के लायसेंस की जांच की गई एवं देखा गया कि विक्रेताओं द्वारा लायसेंस में जुड़े प्रिंसिपल सर्टिफिकेट के बीजों का भण्डारण एवं विक्रय किया जा रहा है नहीं एवं किसानो को बिल दिए जा रहे या नहीं। जिन विक्रय प्रतिष्ठानों की जाँच की गई उनमें हरिओम ट्रेडर्स, किसान एग्रोसीड्स, प्रशांत बीज भंडार, अरविंद बीज भंडार एवं पारस बीज भंडार शामिल थे। अनुविभागीय कृषि अधिकारी पाटन डॉ. इंदिरा त्रिपाठी एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्रीकांत यादव ने बताया कि इन प्रतिष्ठानों से गुणवत्ता परीक्षण के लिए बीज के नमूने भी लिये गये हैं।

निरीक्षण के दौरान विक्रय प्रतिष्ठान में उपस्थित कृषकों को लायसेंस प्राप्त दुकानों से मटर का अच्छी किस्म का बीज लेने की सलाह दी गई । किसानों से कहा गया कि बीज के दानों का अंकुरण घर पर करें तथा 75 फीसदी दानों का अंकुरण होने पर ही बोनी करें। अंकुरण कम होने पर बीज की मात्रा बढ़ा दें।  किसानों को बीजोपचार करके ही बोनी करने तथा बीज अधिक गहराई पर नहीं बोने की सलाह भी दी गई । किसान भाईयों से बीज का पक्का बिल लेने तथा बीज विक्रेता द्वारा पक्का बिल देने से मना करने पर कृषि अधिकारियों को इसकी लिखित शिकायत देने का आग्रह किया गया, ताकि सम्बंधित विक्रेता के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जा सके।