मुरैना /सरसों अनुसंधान निदेशालय भरतपुर सुजागृती संस्था के माध्यम से चलाए जा रहे मस्टर्ड मिशन मॉडल कार्यक्रम के तहत गत दिवस ग्राम देवरी में सरसों का उन्नत कृषि प्रणाली को लेकर प्रशिक्षण का आयोजन किया गया था। जिसमें संस्था के प्रतिनिधि जाकिर हुसैन द्वारा किसानों को डीआरएमआर 1165 किस्म की विशेषतायें और सरसों की गुड एग्रीकल्चर प्रैक्टिसेस, मिट्टी परीक्षण उन्नत बीज चयन, बीज उपचार किट और रोग प्रबंधन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इसके साथ ही श्री राजेंद्र तोमर ने किसानों को खेती के अच्छे गुणवत्ता वाले इनपुट्स और लाभ के बारे में जानकारी दी। एफएएलडी के तहत किसान अपने खेतों में फसल उपजाएगा तथा तकनीकी जानकारी संस्थान द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी, फसल का दस्तावेजीकरण भी करेंगी। इसमें यह देखना होगा कि हमारे पूर्व की पद्धति और वर्तमान में की गई फसल में कितना लाभ और सफलता मिली। इसी उद्देश्य को लेकर यह बीज वितरण व प्रशिक्षण कार्यक्रम किया गया l