मुरैना /राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के अधीनस्थ संचालित कृषि विज्ञान केन्द्र मुरैना के प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. आर.के.एस. तोमर के सानिध्य में सी.एफ.एल.डी.तिलहन परियोजनान्तर्गत सरसों उत्पादन तकनीकी पर प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण में डॉ. आर.के.एस. तोमर ने सरसों में खाद् एवं उर्वरक प्रबन्धन पर विस्तृत जानकारी के साथ सरसों में सल्फर का महत्व बताया। डॉ. संदीप सिंह तोमर ने सरसों में खरपतवार नियंत्रण पर विचार रखे, क्योंकि खरपतवारों से लगभग 15-20 प्रतिशत की हानि होती है। प्रशिक्षण प्रभारी डॉ. एस.वी.एस. चौहान ने जल प्रबंधन की बात कही। डॉ. स्वाती तोमर ने फसलों में रोग एवं कीटप्रबंधन के साथ-साथ मधुमक्खी पालन एक आजीविका का साधन की बात कही। डॉ. बृजराज सिंह कंषाना ने अपने विचार रखे, प्रशिक्षण में लगभग 56 किसान भाईयों ने भाग लिया।