देवास l  उप संचलाक कृषि ने बताया कि जनरल मिल्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) के अंतर्गत बाएफ लाइवलीहुड्स संस्था द्वारा संचालित पुनर्योजी कृषि आधारित प्रोजेक्ट मालवधरा एवं कृषि विभाग के संयुक्त तत्वाधान में देवास विकासखंड के ग्राम कनेरिया में तकनीकी प्रशिक्षण एवं कृषक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।  प्रशिक्षण में उत्तम मृदा स्वास्थ्य, मृदा पोषण प्रबंधन, माइक्रोबियल कंसोर्टियां की भूमि को उपजाऊ बनाने में उपयोगिता, समन्वित पौध संरक्षण एवं  फसल विविधीकरण विषय पर उपयोगी जानकारियां साझा की गई। वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री जायसवाल एवं क्यूसील एग्रीटेक के प्रतिनिधि श्री मेहर ने शासन की महत्वाकांक्षी नवीन प्रचलित योजना परंपरागत कृषि विकास योजना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि जैविक खेती पारंपरिक खेती करने के इच्छुक कृषकों का शान द्वारा चिन्हित की गई संस्था क्यों सेल के द्वारा रजिस्ट्रेशन करवा कर आगामी तीन वर्ष में कृषि भूमि को क्रमोन्नति रूप से जैविक में परिवर्तित किये जाने हेतु उन्हें जरूरी प्रशिक्षण एवं जानकारियां प्रदान की जाएगी। साथ ही प्रति हेक्टेयर 05 हजार की सहायता डीबीटी के माध्यम से किसानों को दी जाएगी। तीन वर्ष पश्चात जैविक होने पर उन्हें प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाएगा एवं उनके जैविक उत्पादों को राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध करवा कर लिंक किया जाएगा। किसानों को पारम्परिक/कृतिक खेती व्यवहार में लाने के लिए प्रेरित किया।

     प्रशिक्षण में देवास विकासखंड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री राहुल जायसवाल, कृषि विस्तार अधिकारी श्री प्रदीप सिलावट एवं क्यूसील एग्रीटेक के प्रतिनिधि श्री मेहर एवं कृषकगण, परवतपुरा पंचायत के सरपंच श्री अनूप सिंह नागर, अग्रणी किसान श्री अर्जुन नागर, निलेश नागर एवं सतीश नागर, बाएफ की ओर से प्रोजेक्ट ऑफिसर श्री विनय पाटीदार एवं प्रोजेक्ट इंजीनियर श्री सुजीत उपस्थित थे।