मुरैना /केंद्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र, मुरैना द्वारा चौदह सप्ताहिक किसान खेत पाठशाला का आयोजन मुरैना ब्लॉक के ग्राम कैथोदा में किया गया।इस कार्यक्रम के तहत 35 किसानों को आईपीएम आधारित कृषि के विभिन्न पहलुओं के लिए प्रशिक्षित किया गया। किसानों को आईपीएम के घटक जैसे शस्त्र,यांत्रिक, जैविक और रसायनिक क्रियायों के माध्यम से फसल में लगने वाले कीट और बीमारी के प्रबंधन तरीकों के बारे में बताया गया।साथ ही साथ किसानों को कृषि पारिस्थितिकी तंत्र विश्लेषण, कीटनाशकों के सुरक्षित और विवेकपूर्ण उपयोग के बारे में भी बताया गया कार्यक्रम के दौरान किसानों को प्रदर्शन के उद्देश्य से कीट एवं रोग प्रबंधन के लिए फेरोमोन ट्रैप, ट्राइकोग्रामा प्रजाति अंडा कार्ड एवं ट्राइकोडर्मा, बेवेरिया बेसियाना, मेटारिजियम जैसे एन्टोमोपैथोजेनिक कवक उपलब्ध कराए गए एवं किट वितरित की गई। किसानों को भारत सरकार द्वारा किसानों के कल्याण के लिए लांच किए गए एनपीएसएस एप्लिकेशन के बारे में भी जानकारी दी गई। इसके उपयोग से किसान फसल पर लगने वाले कीटों और बीमारियों की पहचान कर सकता है और उसके एकीकृत प्रबंधन के बारे में भी जान सकता है। परिणामस्वरूप किसान रसायनों का विवेकपूर्ण उपयोग करके पारिस्थितिकी तंत्र को संतुलित रख सकेगा और रासायनिक कीटनाशकों पर किसानों की निर्भरता भी कम होगी और किसान की फसल लागत में भी कमी आएगी। कार्यक्रम के समापन के दौरान कार्यालय प्रभारी श्री सुनीत कुमार कटियार, वनस्पति संरक्षण अधिकारी एवं श्री अभिषेक सिंह बादल, सहायक वनस्पति संरक्षण अधिकारी उपस्थित रहे। सुनीत कुमार द्वारा किसानों से भविष्य में आईपीएम विधि के साथ फसल उगाने एवं पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए अनुरोध किया गया।