उपभोक्तओं की कसौटी पर खरा उतरने के लिए उत्पादों को गुणवत्तायुक्त बनाना होगा
शाजापुर जिले के कृषकों, उद्यमियों, स्वसहायता समूहों, उद्यानिकी उत्पादों एवं प्रसंस्कृत उत्पादों को बाजार एवं उचित मूल्य दिलाने के लिए आज जिला पंचायत सभा कक्ष में कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना की अध्यक्षता में क्रेता-विक्रेता एवं निर्यातकों के साथ सम्मेलन का आयोजन हुआ।
कलेक्टर सुश्री बाफना ने जिले के उत्पादकों एवं एफपीओ के पदाधिकारियों से कहा कि आर्थिक लाभ प्राप्त करने के लिए उत्पादों को उपभोक्ताओं की कसौटी पर खरा उतरना होगा। इसके लिए उत्पादों की गुणवत्ता मेंटेन रखना होगा। एफपीओ अपनी आय वृद्धि के लिए फसलों की उत्पादकता में एकरूपता रखें और गुणवत्ता मेंटेन करें। कलेक्टर ने उद्यानिकी, कृषि एवं आत्मा के अधिकारियों को निर्देश दिये कि एफपीओ एवं उत्पादकों को एक्सपोजर विजिट कराएं।
इस अवसर पर राज्य नीति आयोग की सलाहकार सुश्री जरीन सदाफ खान ने कहा कि राज्य सरकार उत्पादकों को प्रोत्साहित करने के लिए अनेक कदम उठाने जा रही है। उत्पादकों को उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार करना होगा। साथ ही उत्पादकों के सहयोग के लिए नाबार्ड द्वारा समाधान निकाला जा रहा है। साथ ही एक एप्प भी बनाया जा रहा है, जिस पर उत्पादकों को अपने उत्पाद का पंजीयन कराना होगा। इसके बाद उत्पादकों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए राज्य शासन सहायता करेगी।
इस अवसर पर लायंस इम्पेक्स नवी मुम्बई महाराष्ट्र के श्री भारत भूषण खरबन्दा ने उद्यानिकी फसलों का खाद्य प्रसंस्करण, गुणवत्ता एवं खाद्य सुरक्षा, पैकेजिंग तकनीक, व्यापार प्रक्रिया, चुनौतियां एवं निदान, लायसेंसीकरण प्रक्रिया, आलु-प्याज, लहसून का श्रेणीकरण एवं छटाई, बाजार हेतु पैकेजिंग तकनीक, फार्मर प्रोड्यूसर संगठन पर विस्तार से जानकारी दी। इसी तरह श्री सिद्धी विनायक, एग्री प्रोसेसिंग प्रा.लि. पुणे के श्री गणेश पंवार ने आलु उत्पाद की तकनीक में उच्च गुणवत्ता के प्रचलित किस्मों का बीजोत्पादन, उचित भण्डरण एवं आपूर्ति श्रृंखला तथा सर्वोत्तम श्रेणी के प्रसंस्करण एवं व्यापार के बारे में विस्तार से जानकारी दी। एक्सेस डेवलपमेंट सर्विसेस दिल्ली के श्री चिंतन मेघवंशी ने अनुबंध खेती और एफपीओ, एसएसजी एवं सीएलएफ द्वारा साझेदारी की खेती सहित अन्य विधियों से आर्थिक विकास पर व्याख्यान दिया। इस अवसर पर सम्मेलन में उपस्थित एफपीओ एवं उत्पादक किसानों आदि ने जिज्ञासाओं से भरे प्रश्न पूछे, जिनका समाधान व्याख्यान देने आए प्रस्तुतकर्ताओं द्वारा किया गया। सम्मेलन का संचालन उपसंचालक उद्यानिकी श्री मनीष चौहान ने किया। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री संतोष टैगोर, उपसंचालक कृषि श्री केएस यादव, महाप्रबंधक उद्योग श्रीमती मेघा सुमन, कृषि विज्ञान केन्द्र प्रभारी डॉ. जीआर अम्बावतिया, आत्मा परियोजना संचालक डॉ. स्मृति व्यास, एलडीएम श्री विनोद कुशवाह सहित एनआरएलएम की सीएलएफ की दीदियां एवं एफपीओ के सदस्यगण, उत्पादक कृषक भी मौजूद थे।