उज्जैनl मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने उज्जैन जिले के नागदा शहर में स्थित सिविल हाॅस्पिटल में भारी अव्यवस्थाओं के कारण नागरिकों को समुचित उपचार न मिलने के मामले में संज्ञान लिया है। इस संबंध में प्रकाशित मीडिया रिर्पोट के मुताबिक सिविल हाॅस्पिटल में अव्यवस्थाओं के कारण सबसे अधिक गर्भवती महिलाएं परेशान होती हैं। यहां एनेस्थेसिया देने वाला एक भी डाॅक्टर मौजूद नहीं है। हाॅस्पिटल में पदस्थ महिला डाॅक्टर शहर में ही खोले गये अपने निजी क्लीनिक में सेवाएं देती हैं।मामले में आयोग ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, उज्जैन से प्रकरण की जांच कराकर तीन सप्ताह में प्रतिवेदन तलब किया है।