भोपाल l मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पिताजी "बाबूजी" पूनमचंद यादव के अवसान से राजनैतिक, प्रशासनिक और आमजन में शोक व्याप्त है। आज सुबह गीता कॉलोनी से निकली उनकी अंतिम यात्रा शहर के प्रमुख मार्ग से होती हुई भूखी माता मंदिर के समीप पहुंची। जहां शिप्रा किनारे "बाबूजी" पूनमचंद यादव की पार्थिव देह पंचतत्व में विलीन हुई। यादव परिवार के सबसे बड़े बेटे नंदलाल यादव द्वारा पिताजी को मुखाग्नि दी गई। अंतिम यात्रा के दौरान कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल, सांसद वीडी शर्मा, नगरीय विकास एवं आवास संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, मंत्री राव उदय प्रताप सिंह, किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्र एंदल सिंह कंसाना, मंत्री सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम विभाग चैतन्य कश्यप, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, परिवहन एवं स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह, राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा, सहकारिता खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग, तकनीकी शिक्षा कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री गौतम टेटवाल, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विभाग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नारायण सिंह पंवार, कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, पूर्व मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया सहित विधायक उज्जैन अनिल जैन कालूहेड़ा, विधायक सतीश मालवीय सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा, अपर मुख्य सचिव एसएन मिश्रा, प्रमुख सचिव संजय शुक्ला, प्रमुख सचिव राघवेन्द्र कुमार सिंह, आयुक्त जनसंपर्क सुदाम खाड़े, डीजी पुलिस सुधीर कुमार सक्सेना सहित अनेक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि, अधिकारियों तथा उज्जैनवासियों ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव के उज्जैन स्थित निवास पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे।