खंडवा l आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर महिलाएॅ दिनो-दिन नये आयाम स्थापित कर आत्मनिर्भरता की और अग्रसर है। इसके अन्तर्गत ग्राम जलकुआं की महिलाओं द्वारा गठित कृषि नमामि आजीविका फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी द्वारा औषधीय फसल कुसुम, चिया बीज, अष्वगंधा, स्टीविया की खेती की जा रही है। इसके अलावा नीम, बहेड़ा, हरड़ आदि औषधीय का संग्रहण विकासखण्ड पंधाना के ग्रामों के समूहों से क्रय किया जा रहा है। औषधी उपयोगों को व्यापारियों से आन्ध्रप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, गुजरात एवं इमामि कम्पनी से अनुबंध कर विक्रय किया जा रहा है। कलेक्टर श्री अनूप कुमार सिंह ने महिलाओं की फार्म प्रोड्यूसर कम्पनी जलकुंआ में भ्रमण कर समूह की कामकाजी महिलाओं से विस्तृत चर्चा की गई। चर्चा के दौरान कम्पनी की डायरेक्टर श्रीमति पुष्पा कोगें एवं बोर्ड ऑफ डायरेक्टर महिलाओं द्वारा कम्पनी मंे किये जा रहे कार्यो की जानकारी दी गई। जिसके अन्तर्गत पूर्व वर्ष में 125 एकड़ व वर्तमान में 400 एकड़ में कुसुम की खेती से प्रति एकड़ 60 से 70 हजार फूलों से लाभ एवं 750 क्विंटल निम्बोली का संग्रहण गांव-गांव में केन्द्र बनाकर किया गया और गांव के समूह से लेकर कम्पनी व उससे वृहद बाजार पर विक्रय कर सभी स्तर पर लाभ लिया जा रहा है। कम्पनी द्वारा ग्रेडिंग कर बहेड़ा, निम्बोली, कुसुम की 1000 एकड़ में खेती, निम्बोली 1000 टन संग्रहण व क्रय विक्रय तथा 500 टन बहेड़ा का संग्रहण किया जा रहा है। महिलाओं द्वारा 50 एकड़ में चिया बीज, अश्वगंधा,सर्पगंधा आदि की खेती की जा रही है। भ्रमण के दौरान संयुक्त कलेक्टर सुश्री अंशु जावला, ग्रामीण आजीविका मिशन से जिला परियोजना प्रबंधक श्री आनन्द शर्मा, जिला प्रबंधक धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया, ब्लॉक प्रबंधक टीम ग्राम सचिव, पटवारी आदि अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।