आज गढा़कोटा में 23 वां पुण्य विवाह समारोह आयोजित किया जा रहा है । पूर्व मंत्री एवं मध्य प्रदेश विधानसभा के सबसे वरिष्ठतम विधायक गोपाल भार्गव 2001 से 2025 तक लगभग 25000 से भी अधिक कन्याओं का कन्यादान कर चुके हैं और आज इन पुण्य विवाह समारोहों का रजत जयंती वर्ष भी है l वैसे तो कई जगह सामूहिक विवाह समारोह संपन्न होते हैं पर चर्चा में रहता है तो सिर्फ और सिर्फ गढ़ाकोटा का सामूहिक विवाह सम्मेलन..., यह गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हो चुका है l भार्गव अब तक 25000 से भी अधिक कन्याओं का कन्यादान कर पितृ तुल्य पुण्य अर्जित कर चुके हैं l भार्गव की यही खूबी है कि वह हर काम अद्वितीय, अकल्पनीय और असाधारण तरीके से करते हैं l वे असंभव को भी संभव में तब्दील कर देते हैं लेकिन इसका श्रेय लेने की होड़ में कभी नहीं पड़ते शायद इसीलिए वह सबके गोपाल हैं l सामाजिक सरोकार से जुड़ी राजनीति के पैराकोर पूर्व मंत्री भार्गव आमजन के विश्वास के बूते ही जमीन से उठकर राजनीति के शिखर तक पहुंचे हैं l वे प्रदेश और देश में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में मशहूर हो चुके हैं l उनकी राजनीति भी कुछ ऐसी है कि उन्होंने सदैव आम जनता को अहसास कराया है कि वह कोई VVIP या बड़े नेता नहीं है बल्कि वे उनके बीच के ,उनके जैसे ही हैं इसी काबिलियत ने उन्हें प्रदेश और देश में ही नहीं विदेशों में ख्याति प्रदान की है l उनकी गिनती उन चुनिंदा नेताओं में होती है जो राजनैतिक दलों के उतार-चढ़ाव से दूर रहा करते हैं l आज के समय में जहां नेता चुनाव प्रचार के लिए दिन-रात एक करते हैं परंतु गोपाल भार्गव प्रचार करने भी नहीं जाते और आथे लाख से भी अधिक वोटो से चुनाव जीत जाते हैं वास्तव में वे सोशल रिफॉर्मर हैं l उनकी सामाजिक सरोकारों से जुड़ी राजनीति बेजोड़ हैl उनका स्वयं का मानना है कि जनप्रतिनिधि का काम सिर्फ सड़क, बिजली, पानी जैसे विकास कार्य करवाना ही नहीं है बल्कि समाज सुधार करना भी है और सामूहिक पुण्य विवाह समारोह समाज सुधार का ही एक प्रकल्प है l भार्गव सामाजिक समरसता को बनाए रखने की दिशा में सराहनीय कार्य कर रहे हैं l उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके क्षेत्र में कई सड़क, गली - मोहल्ले उनके नाम से ही जाने जाते हैं वास्तव में उन्होनें मध्यप्रदेश की राजनीति में एक नया कलचर डेवलप किया है जिसका संबंध सीधे जनता से है भार्गव कहने और दिखावे की लोकप्रियता बटोरने की जगह ठोस काम कर स्थाई पहचान बनाने में विश्वास रखते हैं l उनकी यही वह खूबी है जिसके बलबूते वह असाधारण हैं औरअपरराजेय भी हैं l एक ही विधानसभा क्षेत्र से लगातार 9 बार जीतने वाले प्रदेश के एकमात्र नेता हैं l पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी मुख्यमंत्री कन्यादान योजना लॉन्च करने का आईडिया गढ़ाकोटा आकर ही मिला था उसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना लॉन्च की थी l एक बेटी की शादी करने में पसीना छूट जाता है जरा सोचिए 25000 बेटियों की शादी वो भी पूरे ठाठबाट से, जरा एक बार गढा़कोटा आकर देखिए और बताईए की क्या इतनी बेटियों का एक साथ विवाह और खातिरदारी भी ऐसी ..इतनी आत्मीयता के साथ ..  शायद इसलिए लोग कहते हैं जो असंभव को संभव कर दे वो ही गोपाल है ...