भोपाल लोकायुक्त टीम ने पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के इंजीनियर हेमा मीणा के घर छापा मारा। टीम ने भोपाल सहित रायसेन के फार्महाउस पर भी छापेमारी की है।अभी तक लोकायुक्त टीम को हेमा व उसके परिवार के नाम 5-7 करोड़ों की बेनामी संपत्ति संबंधी कागजात, जेवर आदि मिले हैं। वहीं, रायसेन, भोपाल, विदिशा में खरीदी गई नई जमीनों के दस्तावेज भी टीम को मिले है।हेमा  की मंथली सैलरी 30 हजार रुपए है। प्रॉपर्टी आय से कई गुना  ज्यादा मिली है। मीणा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति होने की शिकायत मिली थी।

लोकायुक्त टीम ने जांच में पाया कि हेमा मीणा की सैलरी 30 हजार रु. महीना है। लेकिन हेमा के द्वारा अपने पिता रामस्वरूप मीणा के नाम पर ग्राम बिलखिरिया भोपाल में 20 हजार वर्ग फिट भूमि क्रय कर उस पर लगभग 1 करोड़ मूल्य का भवन निर्माण किया है। 

 सर्चिंग के दौरान भोपाल सहित रायसेन एवं विदिशा के विभिन्न गांव में कृषि भूमि के दस्तावेज मिले हैं। साथ ही हेमा मीणा द्वारा हार्वेस्टर, धान बुवाई मशीन, ट्रैक्टर एवं अन्य कृषि उपकरण क्रय किए है। जिस कारण से उसके विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में वर्णित प्रावधानों के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया गया। हेमा मीणा की प्रतिमाह सैलरी 30 हजार और कमाई करोड़ों रुपए की हैl लेकिन सवाल यह खड़ा होता है कि हेमा के पास आखिर इतनी संपत्ति आई तो आई कहां से...? वह कौन अधिकारी है जो इस अवैध संपत्ति में हिस्सेदार है...? जिसकी कृपा से ही हेमा मीणा के पास इतनी संपत्ति आई है यदि कार्रवाई आगे बढ़ी तो को पुलिस हाऊसिंग कारपोरेशन के कई बड़े अफसर भी इस चपेट में आएंगे l जनता जनार्दन की मेहनत की कमाई से भरे गए टैक्स के पैसो में भ्रष्टाचार कर  अवैध संपत्ति अर्जित की गई है l