मुरैना /वर्तमान दौर परंपरागत खेती का न होकर तकनीकी आधारित खेती का है। तकनीकी आधारित खेती ही किसानों के लिए लाभ की गारंटी है। इसलिए अधिक से अधिक किसानों को वैज्ञानिक पद्धति से ही खेती करना चाहिए। यह बात जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती आरती आकाश गुर्जर ने राज्य स्तरीय किसान सम्मेलन के तहत इफको में आयोजित किसान संगोष्ठी में मुख्य अतिथि बतौर संबोधित करते हुये कही। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जिले सहित प्रदेश के प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 30 लाख किसान आवेदनों की दावा राशि 1058 करोड़ और 72 लाख से अधिक किसानों को सम्मान निधि के तहत 1561 करोड रूपए का किसानों के खाते में एक क्लिक से अंतरण के साथ उपस्थित किसानों को सतना से वर्चुअली सम्बोधित भी किया। कृषक संगोष्ठी में कृषि विभाग के उप संचालक श्री पीसी पटेल, इफको के अधिकारी मौजूद थे। श्रीमती आरती गुर्जर ने कहा कि पारंपरिक खेती कभी लाभ का कारण नहीं हो सकती। क्योंकि इसमें तकनीकी का इस्तेमाल नहीं होता है, चूंकि वर्तमान समय वैज्ञानिक आधारित खेती का है, इसलिए किसानों को आधुनिक पद्दति से ही खेती करना चाहिए। किसानों से फसल बीमा का लाभ लेने की वकालात करते हुए श्रीमती गुर्जर ने कहा कि इससे प्राकृतिक आपदा में खराब हुई फसल की काफी हद तक भरपाई की जा सकती है। इसलिए किसानों अपनी फसलों का बीमा अवश्य कराना चाहिये। इस दौरान डीडीए कृषि श्री पटेल, अन्य अधिकारियों ने किसानों को खेती से संबंधित जानकारियां प्रदान की। इस दौरान किसानों की खेती से संबंधित शंकाओं का समाधान भी किया।