शिवपुरी के राघवेंद्र नगर निवासी आशीष पाल ने पत्नी मोनिका जाधव के साथ अपने 17 साल के बेटे और 13 साल की बेटी की गुमशुदगी देहात थाना शिवपुरी में दर्ज कराई है। आशीष का आरोप है कि सिविल जज दीपू शाक्य ने पहले अपनी पत्नी गंगा शाक्य से धोखे से तलाक लिया और फिर उसकी पत्नी मोनिका को बहला-फुसलाकर भगा ले गया। इंदौर में नौकरी कर रहे आशीष ने बताया कि उसे 16 अप्रैल को कॉल पर सूचना मिली थी कि उसकी पत्नी मोनिका बच्चों के साथ लापता है। इसके बाद उसने शिवपुरी आकर पत्नी और बच्चों की तलाश की, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला। आशीष पाल ने पत्रकार वार्ता में बताया कि 2006 में उसने मोनिका के साथ प्रेम विवाह किया था। इसके बाद उसे बीएड, एलएलबी आई अन्य कई कोर्स करवाए। 2018 में पत्नी मोनिका ने सिविल जज की तैयारी करने की इच्छा जताई। इसे लेकर उसने मोनिका का सपोर्ट किया। कोचिंग के दौरान उसकी दोस्ती दीपू से हुई। 2019 में दीपू जज बन गया, जबकि मोनिका चयनित नहीं हुई। इसके बाद भी दोनों मिलते रहे और कॉल पर बात करते हुए। 2022 में उसे दोनों के संबंधों को लेकर शक हुआ तो उसने मोनिका से पूछताछ की। लेकिन, उसने दीपू के साथ गलत संबंध होने से मना कर दिया। साथ ही उसने कहा कि अब वह उससे कोई संबंध नहीं रखेगी। जज दीपू शाक्य पर लगे आरोपों को लेकर एक मीडिया संस्थान से  उन्होंने कहा मेरे कि ऊपर लगे सभी आरोप निराधार हैं। मैं जज हूं, कानून के हिसाब से काम करूंगा। जो भी तथ्य हैं, उन्हें कोर्ट में रखूंगा।