छिंदवाड़ा l आज डॉयग्नेस्टिक टीम द्वारा छिंदवाड़ा, मोहखेड़ एवं अमरवाडा विकासखंड के अनेक ग्रामों का भ्रमण कर फसल स्थिति का निरीक्षण किया एवम् किसानों से चर्चा कर आवश्यक सलाह दी गई। डॉयग्नेस्टिक टीम द्वारा किसानों को सलाह दी गई, कि यदि कही फालआर्मीवर्म का प्रभाव दिखाई दे, तो इमामेक्टिन बेंजोएट 5 SG 0.4 ग्राम कीटनाशक प्रति लीटर पानी या क्लोरोएंटोनीपोल 18.5 प्रतिशत SE 0.3 ML या थायोमेथॉक्ज़म प्लस लेमड़ासाइलोथ्रिल 05 ML प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव कर सकते हैं।

मक्का की फसल अच्छी है। मक्का वैज्ञानिक डॉ. विजय कुमार पराड़कर द्वारा आज अमरवाडा मे कृभको द्वारा आयोजित किसान संगोष्ठी में किसानों से अपील की गई है मक्का फसल में अब यूरिया छिड़काव की आवश्यकता नहीं है, अतः किसान भाई अनावश्यक यूरिया छिड़काव नहीं करें, इससे खेती की लागत बढ़ेगी साथ ही कीटव्याधि का प्रकोप बढ़ता है। उपसंचालक कृषि द्वारा किसानों को संतुलित उर्वरक उपयोग करने की समझाईश दी गई। साथ ही किसानों से अपील की गई कि रबी सीजन में कम पानी वाले क्षेत्र हेतु कम लागत में सरसो फसल बेहतर विकल्प है, किसान भाई सरसो फसल की बोनी जरूर करे ।

भ्रमण के दौरान उपसंचालक कृषि, श्री जितेन्द्र कुमार सिंह एवं सह संचालक आंचलिक कृषि अनुसंधान केन्द्र चंदनगांव, डॉ. विजय कुमार पराड़कर के साथ अनुविभागीय कृषि अधिकारी छिन्दवाड़ा के साथ श्रीमति अनीता डेहरिया वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी अमरवाडा, बीटीएम आत्मा, कृभको के जिला प्रबंधक श्री विकास सिंह ठाकुर, इफको के प्रबंधक श्री सागर पाटीदार, आईपीएल कंपनी के प्रतिनिधि श्री प्रशांत गौर, अन्य विभागीय अधिकारी एवं प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे।