वैज्ञानिकों द्वारा विभिन्न एपों के माध्यम से कृषि मौसम पूर्वानुमान के महत्व को समझाया
शिवपुरी / रा.वि.सिं.कृ.वि.वि.-कृषि विज्ञान केन्द्र शिवपुरी के वैज्ञानिकों द्वारा विकासखंड कोलारस के ग्राम बहराबदा में आज 17 मार्च शुक्रवार को जिला कृषि मौसम इकाई परियोजना अंतर्गत मौसम के पूर्वानुमान के महत्व को बताते हुए भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा विभिन्न मौसम संबंधी एप जिनमें मेघदूत एप, दामिनी एप एवं मौसम एप की महत्ता को बतलाया।
मेघदूत एप से आगामी खेतीबाड़ी, पशुपालन एवं उद्यानिकी से संबंधित कार्ययोजना के बारे में तथा सिंचाई कब की जाये, खेतों की कटाई कब की जाये, कटाई के बाद उन्हें सुरक्षित कैसे रखा जाए एवं फसल का सुरक्षित भण्डारण कैसे किया जाये तथा अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान की जानकारी प्राप्त होती है तथा दामिनी मोबाइल एप द्वारा वज्रपात से होने वाली हानि से मनुष्य तथा पशुपालन को बचाया जा सकता है।
इन सभी एपों का मोबाइल में संचालन किस प्रकार किया जाये इस बारे में केन्द्र के शोध सहायक विजय प्रताप सिह द्वारा कृषकों के मोबाइल पर डाउनलोड कर जानकारी दी एवं इस दौरान कृषकों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का समाधान किया।
केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ.ए.एल.बसेड़िया (कृषि अभियांत्रिकी) द्वारा किसान भाइयों को ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई एवं खाद बीज की सही मात्रा, कौन सी सीडड्रिल जैसे डबल पेटी की सीडड्रिल की उपयोगिता बताई।
इसी क्रम में केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ.जे.सी.गुप्ता द्वारा सोयाबीन, सरसों, मसूर की खेती के बारे में जानकारी दी और प्राकृतिक खेती से किसान भाई कैसे अपनी लागत को कम कर सकते हैं, जीवामृत बनाकर के रासायनिक खाद का प्रयोग को कम कर सकते हैं और अपनी लागत घटा सकते हैं। केन्द्र के वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी योगेश चन्द रिखाड़ी (मत्स्य) द्वारा मछली पालन के साथ-साथ पशुपालन एवं मुर्गीपालन पालने के बारे में भी किसान भाइयों को विस्तृत जानकारी दी। उक्त कार्यक्रम में भानु प्रताप सिंह एवं कृष्णपाल सिंह का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम में 80 से अधिक कृषक/कृषक महिलाएं ने भाग लिया।