भोपाल l संयुक्त संचालक कृषि श्री बी.एल.बिलैया ने बताया है कि खरीफ फसल की बुवाई के पूर्व किसान भाई बीज का अंकुरण कर परीक्षण करें । उन्होंने बताया कि सोयाबीन के 100 दानों का अंकुरण करें, जिसमें 75 से अधिक दाने का अंकुरण होने पर बीज बुवाई के योग्य है। उन्होंने संभाग के किसानों से आग्रह किया है कि खरीफ बुआई के पूर्व बीज का अंकुरण आवश्य करें तथा फसल के लिए उर्वरक व्यवस्था समिति या निजी व्यापारी से अपनी आवश्यकता अनुसार क्रय कर भंडारित करें, जिससे बुवाई के समय पर कृषकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि आपके गांव में ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा प्राकृतिक खेती को अपनाने के बारे में जानकारी दी जा रहीं होगी।

किसान भाई प्रायोगिक तौर पर प्राकृतिक खेती के घटक को सोयाबीन फसल पर प्रयोगकर परिणाम ले। आगामी फसलों के अधिक रकबे पर प्राकृतिक खेती करें। बीज उर्वरक एवं कीटनाशक क्रय से संबंधित संस्थाओं से पक्के बिल लें । फसल विविधीकरण अपनाकर एक से अधिक फसल लेवे ताकि अल्प, अधिक वर्षा होने वाले नुकसान की भरपाई हो सके। साथ ही बीज का चयन करते हुए नवीन किस्म (10 वर्ष के अन्दर) का चयन करें।