ग्वालियर l  किसानों की आय बढ़े, फसलों का उत्पादन बढ़े और किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य प्राप्त हो, इसके लिये सभी जिलों का कृषि प्लान तैयार किया जाए। कृषि प्लान शासन द्वारा संचालित योजनाओं का नहीं बल्कि किसानों के हित में जिले में कृषि के क्षेत्र में क्या किया जा सकता है, इसको ध्यान में रखकर बनाया जाए। अपर मुख्य सचिव श्री अशोक वर्णवाल एवं आयुक्त सह संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास श्री एम शैलवेन्द्रम ने ग्वालियर-चंबल संभाग में कृषि प्लान एवं खरीफ 2023 व आगामी रबी 2023-24 के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा बैठक में यह बात कही। 

संभागीय आयुक्त कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में कलेक्टर ग्वालियर श्री अक्षय कुमार सिंह सहित ग्वालियर-चंबल संभाग के संयुक्त संचालक कृषि एवं उप संचालक कृषि के साथ ही कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक और कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। 

अपर मुख्य सचिव श्री अशोक वर्णवाल ने कहा कि जिलों में कृषि की उन्नत तकनीकी पद्धति को बढ़ावा दिया जाए। खरीफ एवं रबी में उन्नत तकनीक से फसलों का लक्ष्य निर्धारित किया जाए। संभाग के सभी जिलों में यूरिया की खपत को ध्यान में रखकर नैनो यूरिया का धान एवं गेहूं की फसल में उपयोग करने हेतु नैनो यूरिया का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। वर्ष 2023 मिलेट्स वर्ष होने के कारण ज्वार एवं बाजरा की फसलों के क्षेत्र में बढ़ोत्तरी की जाए। स्प्रिंकलर एवं ड्रिप का उपयोग अधिक से अधिक किसान करें, इसके लिये किसानों को प्रोत्साहित किया जाए। 

अपर मुख्य सचिव श्री वर्णवाल ने बैठक में कहा कि ग्वालियर-चंबल संभाग में नरवाई जलाने की समस्या से निजात हेतु उन्नत कृषि यंत्र जैसे सुपर सीडर एवं हैप्पी सीडर का उपयोग किसान करें इसके लिये किसानों को प्रेरित किया जाए। कृषि विभाग में प्रत्येक फसल प्रदर्शन का एप के माध्यम से रिकॉर्ड रखा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के बाहर स्थापित अनुसंधान संस्थाओं का विभागीय अधिकारी भ्रमण कर उन्नत तकनीक के बारे में जानकारी प्राप्त करें और अपने जिलों में उसका क्रियान्वयन भी सुनिश्चित करें। ग्वालियर-चंबल संभाग में तिल फसलों के उत्पादन की संभावना है, इसके क्षेत्र में विस्तार किया जाए। रबी मौसम में सरसों एवं मटर के बाद तिल, मूँगफली, मूँग एवं उड़द फसलों को बढ़ाया जाए। 

बैठक में आयुक्त सह संचालक कृषि श्री एम शैलवेन्द्रम ने सभी जिले के उप संचालकों को अपने-अपने जिले का बेहतर कृषि प्लान बनाकर उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। 

बैठक में कलेक्टर ग्वालियर ने भी ग्वालियर जिले के कृषि प्लान के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। इसके साथ ही ग्वालियर-चंबल संभाग के प्रत्येक जिले के कृषि प्लान के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई।