विदिशा l किसान कल्याण तथा कृषि विभाग के उपसंचालक के व्यापारियों ने जिले के सभी कृषकों से आह्वान किया है कि वे जैविक खाद का अधिक से अधिक उपयोग करें किसान बंधु सुगमता से जैविक खाद का निर्माण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसान भाई सदियों से गोबर से खाद बनाते आ रहे है। प्राकृतिक संसाधनों से जैविक खाद का उपयोग करने की सलाह लगातार दी जा रही है। ताकि भूमि की उर्वरा शक्ति कायम रहे और कम खाद में अधिक पैदावार ले सके। कृषि विभाग के उप संचालक ने जैविक खाद को बनाने के लिए किसान भाई क्या करें के संदर्भ में संक्षिप्त विवरण उपलब्ध कराते हुए बताया है कि अब जैविक खाद गौ-मूत्र और गोबर, पत्तों से खाद बना कर खेतों में उपयोग किया जा सकता है। हम सभी को प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने में अपनी भूमिका निभानी होगी। प्राकृतिक खेती हम सभी के लिये लाभदायक है। किसान अपने खेत पर गोबर और गौ-मूत्र से खाद भी बनाया है। विदिशा जिले के किसान प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। कई किसानों ने अपने खेत में प्राकृतिक खेती प्रारंभ की है। वे गोबर, गौ-मूत्र, मिट्टी, पत्ते, वनस्पति और गुण से जीवामृत बना रहे हैं। प्राकृतिक संसाधनों से खाद बनाने में लागत भी कम आती है और फसल में पैदावार भी अच्छी होती है।