सतना /प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पंचायतों में अमृत सरोवर और पुष्कर सरोवर निर्माण के लिए की गई पहल अब सतना जिले में साकार हो रही है। इसका लाभ भी स्थानीय ग्रामीणों को मिलने लगा है। जिले में अमृत सरोवर निर्माण के लिए निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध 104 तालाबों का निर्माण पूरा किया जा चुका है। जनपद पंचायत उचेहरा अन्तर्गत ग्राम पंचायत मानिकपुर में 31 लाख 40 हजार की लागत से निर्मित अमृत सरोवर भी ऐसे ही तालाबों में शामिल हैं। इस सरोवर के बन जाने से क्षेत्र की जल संधारण क्षमता में साढ़े 41 हजार घन मीटर की जल क्षमता बढ़ी है। अमृत सरोवर के निचले क्षेत्र में बसाहट होने से हैण्ड पम्प और कुओं के जल स्तर में अत्यधिक सुधार हुआ है। जिससे कभी जल संकट की मार झेल रहे समीपी बसाहटों में अब पूरे वर्ष जल स्त्रोतों में पानी की उपलब्धता बनी रहती है। निर्मित सरोवर में उपयोगकर्ता समूह द्वारा मछली पालन का भी कार्य किया जा रहा है। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो रही है। सरोवर से लगभग 31 क्विंटल मछली उत्पादन मिलने की उम्मीद है। अमृत सरोवर अन्य लोगों के भी जीवितो पार्जन में सहायक सिद्ध हो रहा है। इस तालाब से लगभग 11 हेक्टेयर क्षेत्र की सिंचाई की जा रही है। मानिकपुर ग्राम के इस क्षेत्र में सब्जियों की खेती की जाती है। सरोवर निर्माण से सब्जियों के पैदावारी के लिए साल भर पानी की उपलब्धता बनी रहती है। जिससे सब्जियों का उत्पादन बढ़ा है और ग्रामीणों की आय में वृद्धि हुई है। तालाब के निर्माण से वन्य जीवों, पौधों के लिए पूरे वर्ष जल की उपलब्धता सुनिश्चित होती है। जिससे परिस्थितिक तंत्र मजबूत होगा। इस अमृत सरोवर में कैच मेन्ट एवं ड्रेनेज लाइन का ट्रीटमेन्ट करते हुए वृक्षारोपण का कार्य भी किया गया है। जो जल से होने वाले मृदा क्षरण को रोकेगा।