पनागर विकासखंड के ग्राम कंदराखेड़ा में किसान कल्‍याण एवं कृषि विभाग के अधिकारियों के दल द्वारा मयंक खत्री के गोदाम पर विगत दिवस की गई जांच की कार्यवाही के दौरान कृषि उपयोगी उर्वरक, कीटनाशक एवं बीज पैकिंग हेतु प्रयुक्त की जाने वाली सामग्री रैपर, बोतल आदि तथा प्रतिष्ठित कंपनी सिजेंटा, वायर, एफ.एम.सी., यू.पी.एल. आदि की कीटनाशक दवाओं की बैच नंबर अंकित पाई गई भरी हुई बोतलों की जांच की जा रही है। इसी तारतम्य में विकासखंड पाटन में  डॉ. इंदिरा त्रिपाठी अनुविभागीय कृषि अधिकारी एवं श्रीकांत यादव वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी द्वारा राहुल कृषि केंद्र, गणेश फर्टिलाईजर, भरत फर्टिलाईजर एवं विभिन्न कृषि आदान विक्रेताओं की दुकानों सघन जांच की गई, जांच के दौरान उन बैच नंबरों की कीटनाशक दवाएं नहीं पाई गई।

अधिकारियों द्वारा विभिन्न उर्वरक विक्रेताओं के प्रतिष्ठानो से कृषि आदान सामग्रियों के नमूने गुणवत्ता जांच हेतु लिए गए एवं परीक्षण के लिये प्रयोगशाला भेजे गये। निरीक्षण के दौरान कृषि आदान सामग्री विक्रेताओं के यहाँ अनियमितता पाए जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी किये गये। संतोषजनक जबाव ना पाए जाने पर कृषि आदान सामग्री विक्रेताओं के लायसेंस निलंबन की कार्यवाही की जायेगी| डॉ. इंदिरा त्रिपाठी अनुविभागीय कृषि अधिकारी पाटन द्वारा विक्रेताओं को निर्देशित किया गया कि वे अधिकृत कीटनाशक दवा कंपनियों की ही कीटनाशक दवा विक्रय करें साथ ही सभी कृषको से अपील की गई कि कृषक भाई पंजीकृत दुकानों से ही कीटनाशक दवा एवं अन्य कृषि आदान सामग्री खरीदे और दुकानों से बिल अवश्य लें।

कृषको से आग्रह किया गया है कि किसी भी आदान विक्रेता द्वारा निर्धारित दर से अधिक कीमत वसूल की जाती है या गुणवत्ता सम्बन्धी कोई शिकायत है तो तत्काल कृषि विभाग को सूचित करें जिससे तुरंत कार्यवाही की जा सके।