खंडवा l प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान आयोजित किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि इस अभियान का लक्ष्य चार आधारभूत स्तम्भ युवा, नारी, किसानों और गरीबों को फोकस करते हुए कल्याणकारी योजनाओं का लाभ हितग्राहियों तक पहुंचाना है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्धारित लक्ष्यों में कलेक्टर श्री अनूप कुमार सिंह के निर्देशन में जिले ने पिछले एक वर्ष में अच्छी उपलब्धि हासिल की है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा ने बताया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0 अंतर्गत योजना का मुख्य उद्देश्य वाटरशेड विकास कार्य अंतर्गत जल संरक्षण एवं संवर्धन हेतु नवीन निर्मित संरचनाओं द्वारा भू-जल स्तर में वृद्धि मृदासंरक्षण एवं सिंचाई क्षेत्र को बढ़ाना है, अजीविका अंतर्गत ग्रामीणों के जीवन स्तर में सुधार हेतु स्वयं सहायता समूहों को विभिन्न गतिविधियों जैसे बकरी पालन, मुर्गी पालन, भैंस पालन आदि गतिविधियों से रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना एवं उत्पादन प्रणाली अंतर्गत सिंचाई जल की बचत हेतु माइक्रोइरीगेशन, प्रतिकिसान आय में वृद्धि हेतु सब्जी उत्पादन, फसल उत्पादन हेतु नवीन तकनीकों का किसानों को प्रशिक्षण उपलब्ध कराते हुये किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार करना है।

       परियोजना क्षेत्र में गंगापाट नदी पर सीरिज में वाटरशेड परियोजना अंतर्गत 3 चेक डेम तथा आरईएस एवं मनरेगा अंतर्गत जीर्णाेधार द्वारा लगभग 12 चेकडेम निर्मित है। नदी को कलेक्टर श्री अनूप कुमार सिंह के मार्गदर्शन में सीरिज में चेकडेम बनने से लगभग 8-10 किलो मीटर में पानी रूका हुआ है, जिससे चेकडेम के अपस्ट्रीम के किसानों को सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध हो रहा है। सभी चेकडेम की जलग्रहण क्षमता लगभग 9 लाख घनमीटर है। चेकडेम निर्माण से किसानों की सिंचाई का रकबा बढ़ने से फसल उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है।

       प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना मार्च 2026 में भारत सरकार द्वारा बंद की जायेगी आगामी मार्च 2026 तक वाटरशेड विकास कार्य मद अंतर्गत चेकडेम, खेत तालाब, तालाब आदि कार्य किये जायेंगे। उत्पादन प्रणाली मद अंतर्गत सब्जी उत्पादन, मुर्गी पालन आदि गतिविधियां की जाकर किसानों एवं हितग्राहियों को लाभांवित किया जायेगा।