छिंदवाड़ा जिले के विकासखंड परासिया के ग्राम रिधोरामाल के कृषक श्री राहुल पवार ने पारंपरिक खेती से आगे बढ़ते हुए उद्यानिकी फसलों की ओर रुख किया और अपनी मेहनत से शानदार सफलता हासिल की। उन्होंने आलू, टमाटर और शिमला मिर्च की खेती कर अपनी आमदनी में उल्लेखनीय वृद्धि की है, जिससे वे क्षेत्र के अन्य किसानों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए हैं।
        श्री राहुल पवार ने इस वर्ष 3 एकड़ भूमि में आलू की फसल उगाई, जिससे उन्हें 60 टन उत्पादन प्राप्त हुआ। इस फसल पर उनकी कुल लागत 7 लाख रुपये आई, जबकि बिक्री से 12 लाख रुपये की आय हुई, जिससे उन्हें 5 लाख रुपये का शुद्ध लाभ हुआ। इसके अलावा, उन्होंने 3 एकड़ में टमाटर की खेती की, जिससे अब तक 3.50 लाख रुपये की आमदनी हो चुकी है। वहीं, 3 एकड़ में शिमला मिर्च की फसल से 3 लाख रुपये की बिक्री कर वे अतिरिक्त लाभ कमा रहे हैं।
तकनीकी ज्ञान और विभागीय सहयोग से मिली सफलता- श्री राहुल पवार ने अपनी खेती में आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया है, जिसमें उन्नत बीज, ड्रिप सिंचाई और जैविक खाद का समावेश है। इससे न केवल उनकी उपज की गुणवत्ता बढ़ी है, बल्कि मिट्टी की उर्वरता भी बनी हुई है। उन्होंने बताया कि उद्यानिकी खेती के प्रति उनकी रुचि कृषि विभाग की योजनाओं और प्रशिक्षण से बढ़ी, जिससे वे नई तकनीकों को अपनाने में सक्षम हुए।
कृषि विभाग का सहयोग और निरीक्षण-  उप संचालक उद्यान श्री एम.एल. उइके ने विगत दिवस उनके खेत का निरीक्षण किया और उनकी मेहनत व आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाने की सराहना की। इस दौरान वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी सुश्री रुपाली मरकाम और ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी श्री आर.सी. सल्लाम भी उपस्थित थे। अधिकारियों ने कहा कि कृषि विभाग किसानों को नवीनतम तकनीकों और योजनाओं से जोड़कर उनकी आय बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
         श्री राहुल पवार की यह सफलता बताती है कि अगर सही दिशा में मेहनत और आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाए तो खेती को अत्यधिक लाभदायक बनाया जा सकता है। उनकी यह उपलब्धि क्षेत्र के अन्य किसानों को भी प्रेरित कर रही है, जिससे वे उद्यानिकी फसलों की ओर रुझान बढ़ा रहे हैं।