शाजापुर l गेहूं की पराली/नरवाई जलाने से उत्पन्न वायुप्रदुषण की रोकथाम के लिए कलेक्टर श्री किशोर कन्याल की अध्यक्षता में विगत दिनों किसान संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक संपन्न हुई।

बैठक में किसान संघ के पदाधिकारियों ने पराली (नरवाई) जलाने से किसानों को रोकने के लिए सहयोग करने की सहमति दी गई। किसानों से अनुरोध किया गया कि गेहूं कटाई व भूसा भरवाई के पश्चात खेत में कल्टीवेटर चलाएं। उसके बाद रोटावेटर चलाकर नरवाई को जमीन में मिला दे इससे जमीन मे कार्बन की मात्रा बढ़ेगी तथा जमीन में पानी संचय करने की क्षमता बढ़ेगी और खेती के लिए लाभदायक सूक्ष्म जीव बढ़ेंगे। इससे भूमि की उर्वरा क्षमता में वृद्धि होकर फसलों का उत्पादन भी बढेगा। फसल कटने के बाद अवशेषों (पराली/नरवाई) की कटाई के लिए घास बनाने वाली मशीने बाजार में उपलब्ध है। किसान संघों की पदाधिकारियों ने अनुरोध किया कि इन मशीनों को किसानों को कम दामों में उपलब्ध कराएं। साथ ही स्व-सहायता समूहों के माध्यम से भी हर ग्राम में 1-1 मशीनें उपलब्ध कराई जा सकती है, लोग इसे किराए पर लेकर उपयोग कर भूसा निर्मित कर सकेंगे। निकलने वाले भूसे को शासकीय एवं निजी गोशालाओं को भी उपलब्ध कराया जा सकता है। जिससे किसानों को आमदनी भी होगी।  कलेक्टर ने किसान संघ से आव्हान किया गया कि भूमि के हित में अपना योगदान दे ताकि जिले को नरवाई न जलाकर प्रदूषण से मुक्त किया जा सके।