टीकमगढ l उद्यानिकी तथा खाद्य संस्करण विभाग द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र टीकमगढ़ के सभागार कक्ष में शुक्रवार को प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नीयन योजना के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम में भाग लेने वाले कृषकों एवं हितग्राहियों को सहायक सहायक संचालक उद्यान अजय रोहित ने बताया कि कोई भी कृषक/एफ.पी.ओ./स्वःसहायता समूह नवीनतम एवं पूर्व से संचालित महत्वाकांक्षी योजना का लाभ प्राप्त कर सकता है। इसके लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष हो वह स्वयं के नवीनतम स्वरोजगार इकाई स्थापित कर सकता है तथा पुरानी इकाइयों के उन्नयन के लिए भी लाभ प्राप्त कर सकता है। योजना अंतर्गत उद्यानिकी विभाग द्वारा व्यक्तिगत श्रेणी में 35ः या अधिकतम 10 लाख रुपए तक की सब्सिडी भी प्रदान की जाती है तथा समूह श्रेणी के अंतर्गत 20 लाख रुपए तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है।
कार्यशाला के दौरान जिला रिसोर्स पर्सन मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि आप किस तरह से बैंक स्तर पर डीआरपी से लाभ प्राप्त कर सकते हैं तथा आप अपनी प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनवा सकते हंस तथा डीआरपी आपको इसमें संपूर्ण सहायता प्रदान करेंगे ताकि बैंक स्तर पर आने वाली समस्याओं का निदान कर सके। साथ ही उन्होंने स्वयं स्थापित अदरक प्रसंस्करण की तकनीकी जानकारी दी।
कार्यशाला में कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. बी.एस. किरार, वैज्ञानिक डॉ. एस. के. सिंह, डॉ. आर. के. प्रजापति, डॉ. यू.एस. धाकड़, डॉ. एस.के. जाटव, डॉ. आई. डी. सिंह एवं जयपाल छिगारहा, उप संचालक कृषि ए.के. शर्मा, पशुपालन विभाग से डॉ. आर.के. जैन, एन.आर.एल.एम. से श्री देवेंद्र श्रीवास्तव, उद्योग विभाग से प्रबंधक रघुवंशी, जिला अग्रणी बैंक से बाजपेयी, मछली विभाग से श्री प्रभाकर टिकरया, एफ.पी.ओ. से नीतेश चतुर्वेदी साथ ही मशरूम प्रसंस्करण उद्यामी रिहाना खान आदि उपस्थित रहे। मशरूम प्रसंस्करण उद्यामी रिहाना खान द्वारा मशरूम अचार, पापड़, पाउडर आदि बनाये जाते हैं।