भोपाल में TIT कॉलेज छात्राओं से जुड़े लव-जिहाद मामलों को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है। आयोग ने इन घटनाओं को संगठित साजिश का हिस्सा बताया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि आरोपियों ने पीड़िताओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाया और उनके पीछे किसी संगठित नेटवर्क या फंडिंग की संभावना जताई है। यह रिपोर्ट आयोग की एक जांच टीम द्वारा तैयार की गई है l टीम ने 3 से 5 मई तक भोपाल में रहकर विभिन्न पक्षों से जानकारी जुटाई। आयोग ने अपनी रिपोर्ट में अनुशंसा की है कि कुछ शिक्षण संस्थान सस्ती दरों पर ली गई जमीन और सरकारी योजनाओं का अनुचित लाभ उठा रहे हैं। स्कॉलरशिप और मुफ्त शिक्षा योजनाओं की आड़ में शिक्षा के नाम पर व्यावसायिक रैकेट चलाए जा रहे हैं। ऐसी गतिविधियों की गहन जांच होनी चाहिए। रिपोर्ट में कहा गया है कि गिरफ्तार आरोपी छात्राओं को महंगे उपहार, ब्रांडेड कपड़े और बाइक जैसी चीजों से लुभाकर प्रेम-जाल में फंसा रहे थे। जबकि उनकी पारिवारिक आर्थिक स्थिति कमजोर पाई गई, लेकिन जीवनशैली अत्यधिक ऐशोआराम वाली थी। इससे संगठित अपराध, विशेषकर ड्रग्स तस्करी या अन्य फंडिंग स्रोतों की संभावना की ओर संकेत मिलता है।