महुआ के पेड़ की एक विशेषता

मुरैना l महुआ के पेड़ की एक यह भी विशेषता होती है कि जब उसमें फूल और फल आते हैं तो उसके पत्ते झड़ जाते है। इसके फूलों से बनने वाली शराब को गरीब जब घर में खाने को कुछ नहीं होता हैं तो इसकी शराब पीते हैं। जो की सामाजिक रूप से सही नहीं हैं ,किंतु यह बड़ा लाभकारी पौधा है। पहले हमारी ग्वालियर-चंबल संभाग में यह पेड़ अदा कदा देखने को मिलते थे। अब न के बराबर रह गऐ। बुंदेलखंड में आज भी यह पेड़ बहुत है और गरीब आदिवासियों की आजीविका के साधन बने हुए हैं।ऑक्सिजन तो सारे पेड़ देते हैं, लेकिन महुआ ऑक्सिजन के साथ-साथ बुन्देली व्यंजन, तेल, रोजगार, सेनिटाइजर और कई कमर्शियल प्रोडक्ट देता हैं ।महाकवि ईश्वरी ने इस पेड़ पर लिखा है कि महुआ मानस पालन इन्हें काटिबौ नहीं चाहिए, ऐ कटिदेत है कालनि महुआ मानस पालन। अतः इस पेड़ का भी संरक्षण और संवर्धन आवश्यक।