महालक्ष्मी व्रत गणेश चतुर्थी के पांच दिन बाद रखा जाता है. पंचांग के अनुसार इसकी शुरुआत भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष अष्टमी तिथि से होती है और समापन आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को होता है. इस तरह पूरे 16 दिनों तक महालक्ष्मी व्रत रखा जाता है। इस साल 11 सितंबर 2024 से महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत होगी और 24 सितंबर 2024 को इसका समापन होगा।11 सितंबर को महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत आयुष्मान और प्रीति योग के साथ होगी। महालक्ष्मी व्रत पूजा को गजलक्ष्मी और हाथी पूजा के नाम से भी जानते हैं, क्योंकि इसमें हाथी की पूजा की जाती है।

 

कब है महालक्ष्मी व्रत

ज्योतिषाचार्य के अनुसार इस साल महालक्ष्मी व्रत 24 और 25 सितंबर दोनों दिन हैं। आपको बता दें महालक्ष्मी व्रत शायं कालीन और रात्रिकालीन व्रत होता है, चूंकि सप्तमी तिथि 24 सितंबर की शाम को 5:45 पर आ जाएगी।

 

महालक्ष्मी व्रत का शुभ मुहूर्त

 

सप्तमी तिथि

सप्तमी तिथि का प्रारंभ: 24 सितंबर को शाम 05:45 बजे से

सप्तमी तिथि की समाप्ति: 25 सितंबर को शाम 04:44 मिनट तक