धार l केन्द्रीय राज्य मंत्री, महिला एवं बाल विकास विभाग, भारत सरकार  सावित्री ठाकुर की उपस्थिति में रविवार को दो दिवसीय म.प्र. राज्य मिलेट्स मिशन योजना अंतर्गत जिला स्तरीय कृषि मेले का समापन हुआ। राज्य मंत्री श्रीमती ठाकुर ने उपस्थित कृषकों को संकल्प दिलाया कि  आगामी सीजन में किसान भाई कम से कम एक एकड़ में मिलेट एवं जैविक खेती की शुरूआत करेगे। अपने उदबोदन में परम्परागत फसले ज्वार, बाजरा, कोदो-कुटकी आदि श्री अन्न को बढावा देगे एवं अपने भोजन में श्री अन्न को आवश्यक रूप से शामिल करेगे एवं उपस्थित कृषकों को नव वर्ष चेत्र नवरात्रि की हार्दिक शुभ कामनाये दी गई। मेले में कृषि वैज्ञानिकों द्वारा तकनिकी सत्र में दिये गये व्याख्यान में दो दिवस से कृषकों द्वारा लिये गये ज्ञान के आधार पर वैज्ञानिकों द्वारा पूछे गये प्रश्नों का उत्तर कृषकों द्वारा दिया गया, जिन्हे पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। साथ ही जैविक, प्राकृतिक एवं मिलेट की खेती एवं जैविक खेती करने वाले कृषकों को भी प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया ।
         इस अवसर पर  निलेश भारती  ने कृषि विभाग द्वारा आयोजित मेले की सराहना करते हुये मेले मे उपस्थित कृषको को कृषि वैज्ञानिक द्वारा बतायी जा रही फसलो की उन्नत तकनिको को अपनाकर फसलो के उत्पादन बढाने संबंधित जानकारी को अमल करने के संबंध में बताया गया। इसी प्रकार  चंचल पाटीदार द्वारा कृषकों को हमारे लिये मिलेट क्यो जरूरी है, इसके लिए मेले में कृषि विभाग से जानकारी प्राप्त कर अमल करने की सलाह दी। उप संचालक कृषि ज्ञानसिंह मोहनिया ने  कृषि मेले मे मिलेट्स फसलों का रकबा जिले के कुक्षी, डही क्षेत्र में किया जा रहा है। इसे और अधिक बढ़ाने हेतु विभागीय योजनाओं के माध्यम से उन्नत बीज की उपलब्धता आगामी सीजन में कराई जाकर अन्य विकासखण्डों में भी कोदो, कुटकी, सांवा, ज्वार, बाजरा एवं रागी का क्षेत्र विस्तार कर उत्पादन एवं उत्पादकता बढाने पर जोर दिया जावेगा। सेवानिवृत्त वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक एन.के. ताम्बे द्वारा जैविक खाद तैयार करने की विधि, दलहन उत्पादन को बढावा देने और मिलेट फसल कोदो-कुटकी, ज्वार, बाजरा का रकबा कम से कम एक एकड़ में लगाने एवं प्राकृतिक तरिके से कीट नियंत्रण की विस्तृत जानकारी कृषकों को दी गई। कृषि वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र मनावर डी.के. धार्वे द्वारा रसायन मुक्त खेती एवं खरपतवार नियंत्रण की जानकारी दी गई। जी.एस. गाठीये कृषि वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र धार द्वारा मिलेट फसलों में ग्लुटीन की मात्रा एवं महत्व के बारे में बताया। साथ ही मोटा अनाज खाने से शरीर की शारीरिक बिमारीयों दूर करने के बारे में जानकारी दी।  डी.एस. मण्डलोंई द्वारा कृषि मेले में कृषकों को मिलेट फसलों के पौषक महत्व जैसे प्रोटीन, विटामिन, रेसा एवं आयरन प्राप्त होने के बारे में जानकारी दी।
       कृषि मेले में उपस्थित प्रगतिशील प्रगतिशील  कृषक  सीताराम ठाकुर निवासी ग्राम आवलीया विकासखण्ड नालछा द्वारा अपने अनुभव साझा करते हुये बताया कि नरवाई को खेत में न जलाकर मल्चर कृषि यंत्र से नरवाई प्रबंधन के बारे में बताया एवं अधिक आय प्राप्त करने के लिए अन्तरवर्ति फसलों को शामिल करने के संबंध में जानकारी दी गई। प्रगतिशित कृषक नरेन्द्र राठोर द्वारा अपने विगत 13 वर्षों से जैविक पद्धति से खेती करने के तरिके सथा अधिक आय प्राप्त करने के संबंध में चर्चा की गई। कृषि मेले कृषि एवं संबंद्ध विभाग, कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि अभियांत्रिकी द्वारा उन्नत कृषि यंत्र, राष्ट्रीय आजीविका मिशन, किसान उत्पादक संगठन, उर्वरक एवं किटनाशक कंपनी, एन.जी.ओ, एकिकृत किट प्रबंधन संबंधि, एवं बायो एग्री इनपुट प्रोडक्ट संबंधि इस प्रकार कुल 30 कृषि प्रदर्शिनी लगाई गई। जिसका अवलोकन मुख्य अतिथि एवं अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा किया गया। जिसका अवलोकन मुख्य अतिथि एवं अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा किया गया। मेला समापन के पूर्व विभागीय योजनाओं से अनुदान प्राप्त किसानों को प्रशस्ति प्रमाण पत्र वितरण, कृषि आदान से संबंधित निजी कम्पनी / संस्था एवं सहकारिता द्वारा आयोजित प्रदर्शनी के लिए प्रशस्ति प्रमाण पत्र वितरित किये गये।
        कृषि मेले मे  अशोक डावर सभापती कृषि स्थाई समिति जिला पंचायत धार,  जितेन्द्र मण्डलोई उपाध्यक्ष जनपद पंचायत धार,  विश्वास पाण्डे उपाध्यक्ष बी.जे.पी.,  ब्रजेन्द्रसिंह अध्यक्ष किसान मोर्चा, कृषि एवं संबध विभाग के अधिकारी कर्मचारी, कृषि विज्ञान केन्द्र धार एवं मनावर के वैज्ञानिक एवं जिले के विभिन्न क्षेत्रो के लगभग 800 से भी अधिक कृषक उपस्थित हुये। मच संचालन  के.एस. झणिया उप परियोजना संचालक आत्मा व  डी. के. उपाध्याय सेवानिवृत्त कृषि अधिकारी द्वारा किया गया एवं  टी.सी. छावनियों सहायक संचालक कृषि द्वारा उपस्थित समस्त जनप्रतिनिधि, अधिकारी/कर्मचारी, निजी संस्थाओ के प्रतिनिधि एवं कृषको का आभार व्यक्त किया।