भोपाल - 18 अप्रैल 2024 को नगर निगम के वार्ड कार्यालय में अतिक्रमण से संबंधित तीन बिंदुओं पर आधारित एक शिकायत होती है l शिकायत की प्रकृति गंभीर होती है क्योंकि इससे जन-धन की हानि की संभावना होती है लेकिन वार्ड कार्यालय के जिम्मेदारों का नाकारापन तो देखिए कि एक महीने से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी वे कोई कार्रवाई नहीं करते हैं l तब पीड़ित उससे ऊपर के चैनल में अधिकारी से मिलकर उसे अपनी समस्या बताता है l तब तक जिस महिला/ व्यक्ति की शिकायत होती है वह सामने लगे पेड़- पौधों को एक-एक करके काटना शुरु कर देते हैं फिर उन कटे हुए पेडो़ के ठूंठ में पेट्रोल डालकर आग लगा देते हैं जिसकी तस्वीर नगर निगम के उस अफसर को भी व्हाट्सएप की जाती है और मिलकर उससे ठोस कार्रवाई करने की मांग की जाती है परंतु वह अफसर टस से मस नहीं होता है l तब विभागीय मंत्री के कार्यालय में समस्या बताई जाती है l मंत्री कार्यालय से उस अफसर के पास फोन आ जाता है लेकिन उसके बाद भी ठोस कार्रवाई करने की बजाय औपचारिकता निभाई जाती है l इस दौरान भी जिनकी शिकायत की गई है वह अन्य पेड़ों पर निर्ममता से कुल्हाड़ी चलाते रहते हैं परंतु नगर निगम के निकम्में और नाकारा अफसर कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। इसके बाद नंबर आता है बेल के फलदार पेड़ का जिसमें कई बेल फल लगे हुए हैं इसमें एसिड डालकर इसको भी सुखा दिया गया है l नगर निगम के अफसर को फिर बताया जाता है लेकिन वह मौनी बाबा की तरह मौन धारण कर लेते हैं l वह यह भी नहीं बता रहे हैं कि उनके ऊपर किसी नेता या अफसर का कार्यवाही ना करने के लिए किसी प्रकार का दबाव है l क्या जिन्होंने उस अफसर पर दबाव बनाया है वह विभागीय मंत्री से बड़ी हैसियत रखते हैं...?  प्रतिदिन लोग उस बेल के पेड़ से बेलपत्र तोड़कर लेकर जाते थे और भगवान शिव को चढ़ाते थे वह अब खाली हाथ लौट रहे हैं l महाशिवरात्रि पर्व पर भी शिव भक्तों को बिल्व पत्र नहीं मिल सके l इस पाप में बेल के पेड़ को एसिड डालकर सुखाने वाले जितने दोषी हैं उससे कहीं अधिक दौषी नगर निगम के निकम्में और नाकारा अफसर हैं l अपने ही विभाग के मंत्री की हैसियत इस अफसर के सामने कितनी है इसका अंदाजा आप स्वयं लगाइए....? लोगों का मानना है कि वर्षो से एक ही जगह जमें अफसर चाहे मंत्री कार्यालय हो या स्वयं मंत्री हो उनके निर्देशों को ठेंगा दिखाते हैं l फोटो -1 जिसमें निर्ममता से काटे गए एक पेड़ के टूट को पेट्रोल डालकर जलाया गया है l फोटो -2 जिसमें फलदार बेल का वह पेड़ है जिसे एसिड डालकर सुखाया गया है l                                                                 नगर निगम के नाकारा और निकम्में अफसर के कारण अब भगवान शिव को भी बिल्व पत्र नहीं मिल पा रहे हैं और एसिड डालने वालों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे अब अन्य फूलदार पेड़ों को निशाने पर लेने की तैयारी में है l बिल्व पत्र के पेड़ में स्वयं भगवान शिव का वास होता है l भगवान शिव से प्रार्थना है कि नगर निगम के इन नाकारा और निकम्में अफसर को स्वयं सबक सिखाएं....