📌 प्रयागराज महाकुंभ पहुंचे कैसे…?

अगर आप प्रयागराज आ रहे हैं तो कुछ स्थान जिनके नाम आपको पता होने चाहिए।

(1) चुंगी :- यह आखिरी स्थान है जहां तक ऑटो जा सकती है। मेला क्षेत्र यहां से लगभग 3 किलोमीटर है। शाही स्नान के दिन ऑटो यहां तक नहीं आती।

(2) बैंक रोड़ :- यह प्रयाग जंक्शन के सबसे पास की जगह है। यहां से आपको कानपुर, लखनऊ, बलिया, गोरखपुर आदि शहरों की बसें भी मिलेंगी। 'अमृत स्नान' के दिन यहां से आगे ऑटो जाने की अनुमति नहीं है।

(3) सिविल लाइंस :- यहां से आपको सभी स्थानों के लिए रोड़वेज बसें मिलेंगी। 

(4) बालसन चौराहा :- इसके पास ही भरद्वाज पार्क और आश्रम है, सिविल लाइंस की तरफ से आपको यहां तक की ऑटो मिल सकती है।

📌 आपके लिए 5 मुख्य रेलवे स्टेशन हैं जहां आपको उतारा जाएगा।

प्रयागराज जंक्शन -
यहां उतरने के बाद आप सिविल लाइंस जा सकते हैं और वहां से आपको बालसन चौराहे तक की ऑटो मिल सकती है। आपको सरकारी बस भी मिल सकती है लेकिन फ्री होने के कारण उसमें भीड़ अधिक रहेगी।

प्रयागराज संगम -
यह मेला क्षेत्र के सबसे नजदीक का स्टेशन है, यहां से मेला क्षेत्र मात्र 1 किलोमीटर से थोड़ा अधिक पड़ेगा। ध्यान रहे, अमृत स्नान और कुछ विशेष दिनों पर यह स्टेशन बंद रहेगा।

प्रयाग जंक्शन -
यह स्टेशन लगभग 5 किलोमीटर है अगर आप यहां उतरते हैं तो यहां से आपको पैदल ही मेला क्षेत्र तक जाना पड़ेगा, रात्रि के समय आपको ऑटो मिल सकती है। 

फाफामऊ -
यह स्टेशन प्रयाग जंक्शन से पहले पड़ता है, यहां से उतरकर आप बैंक रोड़ जा सकते हैं और फिर वहां से मेला क्षेत्र में पैदल जाना पड़ेगा।

प्रयागराज छिवकी -
यहां से आपको बालसन चौराहे की तरफ आना पड़ेगा। बाहर निकलते ही ऑटो मिल जाएगा।

आप बैंक रोड़ से सीधा पैदल जा सकते हैं या फिर सिविल लाइंस से ऑटो पकड़ कर चुंगी या बैंक रोड़ जा सकते हैं।

📌 ठहरने की व्यवस्था

आपको स्टेशन के बाहर बहुत सारे होटल और लॉज मिल जाएंगे, इनका किराया थोड़ा अधिक होगा। अगर आपका बजट कम है तो आपको डोरमेट्री मिल जाएगी, जिसका किराया आपको ₹300-1000 रुपये तक रहेगा। कई सारे रैन बसेरा भी हैं जो अलग-अलग संस्थाओं द्वारा लगाए गए हैं। मगर ये सब आपको मेला क्षेत्र में ही मिलेंगे।

📌 खाने की व्यवस्था

प्रयाग आने के बाद आपको खाने के लिए नहीं सोचना पड़ेगा, आप बैंक रोड़ से या बालसन चौराहे से आगे निकलेंगे तो हर 500 मीटर पर एक भंडारा मिलेगा। कई जगह कचौड़ी-सब्जी, छोला-चावल, खिचड़ी आदि आपको मिलेंगी।

इसके अतिरिक्त आप @Swiggy और @Zomato से भी ऑर्डर कर सकते हैं। (No Paid Promotion) लेकिन इनकी डिलिवरी चुंगी क्षेत्र के उस तरफ नहीं होगी।

अगर आप फाफामऊ उतरते हैं तो आप गंगा जी के किनारे बनी रोड़ से भी मेले में जा सकते हैं। इस पर भीड़ कम रहेगी लेकिन ये रास्ता थोड़ा लंबा पड़ेगा। इसके किनारे तीन प्रमुख मंदिर हैं। इसी रास्ते पर आपको नारायणी आश्रम और नागवासुकी मंदिर भी मिलेंगे।

 इन बातों का विशेष ध्यान रखें।

- बहुत छोटे बच्चों को लेकर न आएं। 
- आपको पैदल चलना पड़ेगा इसलिए बहुत अधिक सामान लेकर भी न आएं।
- अपने फोन और पर्स का विशेष ध्यान रखें। 
- सभी लोगों को पर्ची बनाकर एक फोन नंबर लिखकर अवश्य दें।
- आपके आसपास कई पुलिस वाले रहेंगे। अगर कोई खो जाता है तो जाकर तत्काल अनाउंसमेंट करवाएं। इसमें पुलिस वाले आपकी सहायता अवश्य करेंगे।
- मेला क्षेत्र में एक हॉस्पिटल भी बनाया गया है, यदि आवश्यकता हो तो किसी पुलिस वाले से संपर्क करें।
- कृपया नहाते समय अपने फोन तथा सामान का विशेष ध्यान रखें क्योंकि उस समय संगम नदी के किनारे भीड़ अधिक हो जाती है और इसलिए दिक्कत हो सकती है।

यहां आप रास्ता नहीं भटकेंगे बस भीड़ जिस तरफ जा रही हो आप भी उसी तरफ चलते रहें। बाकी भगवान पर भरोसा रखें, प्रयागराज आयें, कुंभ के स्नान करें। और इस दिव्य एवं अलौकिक महाकुंभ को आध्यात्मिकता का अविस्मरणीय अनुभव कीजिए।

✍️ साभार