नरवाई के रोटावेटर तथा अन्य कृषि उपकरण से प्रबंधन कर कृषकों ने बढ़ाई अपनी भूमि की उपज क्षमता

सिवनी कलेक्टर श्री क्षितिज सिंघल एवं उपसंचालक कृषि श्री मोरिस नाथ द्वारा पर्यावरण एवं मृदा को स्वस्थ्य बनाए रखने हेतु फसल कटाई के उपरांत खेत में फसल अवशेषों को कदापी न जलाने की अपील से प्रभावित होकर जिले के बहुत से कृषकों द्वारा फसल की कटाई के बाद फसल अवशेषों (नरवाई) को रोटावेटर व अन्य कृषि यंत्रों के माध्यम से जुताई कर मिट्टी में मिला दिया जा रहा है। ऐसे ही जिले के सिवनी विकासखंड के ग्राम कोनियापार के कृषक श्री राजेश पटेल द्वारा 35 एकड़ में, श्री सतीश पटेल द्वारा 15 एकड़ एवं श्री विश्वनाथ सनोड़िया द्वारा द्वारा 12 एकड़ कृषि भूमि में कृषि यंत्रों की सहायता से फसल अवशेषों का खेत में ही विनष्टीकरण कर मूंग फसल की बुआई की गई। जिसका उपसंचालक कृषि श्री मोरिस नाथ द्वारा निरीक्षण किया गया। चर्चा के दौरान कृषकों द्वारा उपसंचालक कृषि श्रीनाथ को बताया गया कि फसल अवशेषों को न जलाते हुए मिट्टी में ही मिला देने से मिट्टी की उर्वरक क्षमता काफी बड़ी है जिसके चलते हमारे द्वारा लगाई गई मूंग की फसल बहुत अच्छी, जिससे अच्छा उत्पादन होने की संभावना है। कृषकों द्वारा अन्य कृषक बंधुओं से भी फसल अवशेष (नरवाई) न जलाने की भी अपील की है कलेक्टर श्री क्षितिज सिंघल एवं उपसंचालक कृषि श्री मोरिसी नाथ द्वारा जिले के सभी कृषक बंधुओ से नरवाई (फसल अवशेष) न जलाते हुए कृषि यंत्रों के माध्यम से खेतों में ही फसल अवशेषों को विनिष्टीकरण करने की अपील की है, ताकि पर्यावरण स्वस्थ्य एवं मृदा की उर्वरक शक्ति बनी रहे l