विकास करना ही हमारी पहली प्राथमिकता - मंत्री नारायण सिंह पंवार

राजगढ़ l राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास विभाग श्री नारायण सिंह पंवार ने जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत ग्राम पंचायत सालरियाखेड़ी एवं सलेहपुर में लगभग 1 करोड़ 66 लाख रुपए के विभिन्न निर्माण कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। साथ ही ब्यावरा नगर में अमृत 2.0 योजनांतर्गत वार्ड क्रं. 17 में 47 लाख रुपए की लागत से निर्मित होने वाले सुव्यवस्थित पार्क निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया।
इस दौरान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री पंवार ने कहा कि मानव और जीवों के अस्तित्व के लिए सबसे महत्वपूर्ण तत्व जल है। जल नहीं होगा तो जीवन मुश्किल में पड़ जाएगा। प्रकृति हमें वर्षा के माध्यम से पर्याप्त जल उपलब्ध कराती है। वर्तमान समय में जल को संरक्षित करना मानव जीवन के लिए महती आवश्यकता बन गया है। जिस प्रकार बैंक खाते में से लगातार पैसे निकालने से बैंक खाता खाली हो जाता है, उसी प्रकार अपनी जमीन से लगातार पानी लेने से भू-जल स्तर भी गिर जाता है। हमें जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत शासन द्वारा किए जा रहे कार्यों में सहयोग करके अपनी इस जमीन के पानी के खाते को फिरसे भरना है, इससे हमें भविष्य में निर्बाध रूप से पानी मिलता रहे। हम सब को वर्षा के जल को संग्रहित कर न केवल वर्तमान बल्कि आने वाली पीढ़ी के सुरक्षित करना होगा। इसके लिए पुरानी जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार और नई जल संरचनाओं के निर्माण को प्राथमिकता देना होगी, जिससे जल की एक-एक बूंद को संरक्षित किया जा सके। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश में इसी उद्देश्य से 30 मार्च से जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया गया है, जो आगामी 30 जून तक जारी रहेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमने हर आदमी का जीवन बेहतर करने का प्रयास किया है।
नगर पालिका ब्यावरा के वार्ड क्रं. 17 में 47 लाख रुपए से निर्मित होगा सुव्यवस्थित पार्क
राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री पंवार ने कहा कि हमारे ब्यावरा की 1 लाख की आबादी में कोई स्थाई पार्क नहीं था परन्तु अब यह पर 47 लाख की लागत से सुव्यवस्थित पार्क का निर्माण होने जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि गर्मी के मौसम में पानी का प्रावधान करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में जल्द दो नए मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र विकसित होने जा रहे है। जिसमें इंदौर, उज्जैन, देवास, धार और भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा व ब्यावरा (राजगढ़) को मिलाकर दो मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र बनेंगे। इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं नागरिकगण मौजूद थे।