मध्यप्रदेश की
घटनाओं का लेखा-जोखा- बयान, बवाल और बदहाली!
का
रोजनामचा

नेता गरजते रहे, रिश्वत टपकती रही...

हरीश मिश्र

    इस बार नौतपा नहीं तपा। तपती हुई धरा पर पावस की बूंदों ने स्पर्श किया ।कहीं बादल गरजे, कहीं बरसे, तो कहीं-कहीं मौसम ने अंगड़ाई ली और  धूप के तेवर नरम पड़ गए। बच्चे छप-छप पानी में मस्ती करते दिखे । टिड्डी, झींगुर, जुगनू और मेंढकों ने भी दस्तक दी।

    इस सप्ताह प्रदेश नेताओं के बयानों  से तपता रहा। स्वच्छता के शहर में मेट्रो ने और बजरंग दल ने लव जिहादी मोहसिन खान की त्वचा से स्पर्श किया है। रिमझिम-रिमझिम करते भ्रष्टाचार की खबरें भी आईं।  मोदी गरजे, तो दिग्विजय भी खूब बरसे।  शिवराज सिंह चौहान  ने अपनी राजनैतिक विरासत पुत्र को सौंपने के लिए पद यात्रा कर अंगड़ाई ली और बदजुबान मंत्री के तेवर भी नरम पड़ गए। उज्जैन में पुलिस मस्ती करती दिखी। बागेश्वर सरकार, रामेश्वर शर्मा , आलोक शर्मा और आरिफ मसूद ने भी अपने जले-कटे बयानों से दस्तक दी है।
    महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में भाजपा संगठन के कुशल नेतृत्व और प्रशासन के सहयोग से जंबूरी मैदान में सिंदूरी सैलाब उमड़ पड़ा। 
   मोदी जी ने "गोली का जवाब गोले से" देने की बात कही ।  विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा था, जो  सिं-दूर  से " दूर " रहे , वे सिंदूर का जश्न मना रहे हैं,तब मोदी जी ने स्पष्ट किया हमने हनुमान जी के सिंदूर से ऑपरेशन सिंदूर की प्रेरणा ली, ना कि मांग के सिंदूर से।
    रायसेन में विधायक  के दो वर्षीय पोते का अपहरण हुआ। अपहरणकर्ता रिश्तेदार ही निकला। रिश्तों से भरोसा टूटा, वहीं, पुलिस ने सत्यमेव जयते की हुंकार भरी। इंदौर के नव दंपती जिंदगी के नए सपने देखने  शिलांग गए , उनका आज तक पता नहीं चला।
    तांत्रिक पीठ दतिया में पुलिस तंत्र के अधिकारी  आपस में भिड़े , दूसरी तरफ कटनी पुलिस को ख्याति मिली, लेकिन पुलिस कप्तान को रंज नहीं।  प्रेम और लट्ठ की दो धाराएं आपस में टकराईं। पुलिस अधीक्षक, एसडीओपी और तहसीलदार के बीच प्रेम विवाद ऐसा छिड़ा कि अनुशासन की चादर तार-तार हो गई। पुलिस ने अहंकार के लट्ठ से नाना, नानी और नाती को पीटा  और पत्रकारों को उंगली दिखाई यह बात  रास नहीं आई। जो तहसीलदार ज़मीनों के बटान डालते थे, उनकी ज़िंदगी में पुलिस ने लट्ठ से बटान डाल दिया।
    उज्जैन में काल भैरव को श्रद्धालु श्रद्धा से मदिरा अर्पित करते हैं , काल भैरव तामसिक देवता हैं, जो नकारात्मकता का नाश करते हैं। इसी श्रद्धा में डूबे उज्जैन में एक अपराधी ने श्रद्धापूर्वक पुलिस जवान को  चरक अस्पताल में दारू-पार्टी दे डाली । माना जा सकता है कि यह कोई अपराध नहीं, आध्यात्मिक अनुष्ठान था, श्रद्धालु अपराधी ने नकारात्मक शक्तियों को दूर करने के लिए मदिरापान किया।

    मंडला में एक ट्रक ड्राइवर ने परिवहन विभाग के अधिकारी के गाल पर ‘चप्पल की सील’ लगाते हुए भ्रष्टाचार की भूख का नवीन पंजीकरण कर नई नंबर प्लेट जारी कर दी।
वहीं सेंधवा चेकपोस्ट पर परिवहन विभाग की अवैध वसूली बताती है, अधिकारी कर्मचारी खूब खा-पी रहे हैं।

   हमारी संस्कृति में पितृऋण का महत्व है। नौगांव तहसील में लोकायुक्त की टीम ने पटवारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। पिता ने अपने पुत्र की रक्षा के लिए रिश्वत की रकम हजम कर पुत्र पर पितृऋण चढ़ा दिया।लोकायुक्त पुलिस देखती रह गई, पेट रिश्वत खोर बन गया। अब सवाल ये नहीं कि रिश्वत किसने ली, सवाल ये है, भ्रष्टाचार का बीज पिता से ही विरासत में संतान को मिल रहा है।

   अशोकनगर विधायक के पीए ने स्थानांतरण कराने के लिए तीस हजार पिये , विधायक ने पद से हटाया।

लेखक ( स्वतंत्र पत्रकार)
9584815781