रीवा l आज एमपी फार्म गेट एप तथा प्रदेश में भारत सरकार की योजना कृषि अवसंरचना निधि AIF की विशेषताओं का प्रचार-प्रसार करने कृषकों, व्यापारियों, उद्यमियों, विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों को इन योजनाओं की मुख्य विशेषताएँ जैसे फसलोपरांत प्रबंधन एवं सामुदायिक खेती संबंधित परियोजना की जानकारी मंडी बोर्ड भोपाल के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में समदरिया गोल्डन होटल‚ रीवा में कार्यशाला का आयोजन किया गया।   
 कार्यशाला के प्रारंभ में रीवा नगर निगम की आयुक्त सुश्री संस्कृति जैन द्वारा उपस्थित समस्त अतिथियों का स्वागत किया गया, रीवा शहर के अनुभाग अधिकारी राजस्व एवं मंडी समिति रीवा के भारसाधक अधिकारी श्री अनुराग तिवारी, डी.एम.आई. भोपाल के रीजनल डायरेक्टर श्री प्रसाद चक्रवर्ती कार्यशाला में विशेष रूप से उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त सयुंक्त संचालक श्री एच. आर. लारिया, श्री सलील गर्ग कार्यपालन यंत्री एवं अन्य विभागीय अधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
 भारत सरकार की योजना AIF की प्रशंसा करते हुए इस महत्वपूर्ण अवसर का लाभ उठाने हेतु नगर निगम आयुक्त महोदया द्वारा मार्गदर्शन दिया गया। देश में कृषि अधोसंरचना सुधार के क्रम में वित्तीय सहायता देने के उद्देश्य से कृषि अवसंरचना निधि (AIF) योजना का संचालन किया जा रहा है। जिसमें एक लाख करोड़ रूपये का भारत सरकार द्वारा कोष सृजित किया गया है। योजना में बैंकों से ऋण लेने पर राशि रूपये दो करोड़ तक‚ योजना स्वीकृत होने पर तीन प्रतिशत प्रति वर्ष की ब्याज की छूट हितग्राही को उपलब्ध कराई जा रही है। रीवा नगर निगम आयुक्त सुश्री संस्कृति जैन द्वारा अपने उद्बोधन में समस्त कृषक बंधुओं तथा व्यापारी भाइयों से इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाने के संबंध में अपने विचार व्यक्त किए गए। AIF योजना का प्रस्तुतीकरण डॉ पूजा सिंह, उप संचालक AIF के द्वारा किया गया।   
  कार्यशाला के द्वितीय चरण में अपने घर खलियान से अपनी कृषि उपज अपने दाम पर विक्रय करने की सुविधा, कृषि विक्रय में होने वाले खर्चों में कटौती, मंडी में होने वाली भीड़ से बचत आदि सुविधाओं के संबंध में एमपी फार्म गेट ऐप से संबंधित उपयोगिता किस तरह से उक्त ऐप को एंड्राइड मोबाइल पर गूगल प्ले स्टोर पर जाकर डाउनलोड किया जा सकता है तथा उक्त ऐप को किस तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है‚ विषय पर विस्तार से प्रस्तुतीकरण सहायक संचालक श्री योगेश नागले‚ मंडी बोर्ड भोपाल तथा श्री संदीप चौबे‚ चीफ प्रोग्रामर मंडी बोर्ड भोपाल द्वारा किया गया। कार्यशाला में बड़े स्तर पर रीवा, सतना, सीधी, सिंगरोली मंडी से आए हुए व्यापारियों तथा कृषकों द्वारा अपनी जिज्ञासा अनुरूप प्रश्न पूछे गए जिसका समाधानकारक उत्तर उपस्थित विशेषज्ञों द्वारा दिया गया। 
 अपने उद्बोधन में संयुक्त संचालक श्री एच. आर. लारिया द्वारा एमपी फार्म गेट ऐप तथा AIF योजना की उपयोगिता बतायी गई, जिसमें कृषकों को उनकी कृषि उपज का अधिकतम मूल्य एवं उनके रखरखाव के संबंध मे जानकारी दी गई तथा उपस्थित प्रतिभागियों से व्यक्तिगत रुप से चर्चा की, साथ ही इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने हेतु आव्हान किया गया। रीवा संभाग एवं मध्य प्रदेश के अन्य भागों में उन्नत कृषि कृषकों द्वारा अपनाई गई है। पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से AIF पर खुलकर उपयोगी चर्चा हुई जिसमें डॉ पूजा सिंह द्वारा अवगत कराया गया कि उक्त योजना के तहत वेयरहाउस, कोल्ड स्टोरेज, राइपिंग चेंबर, प्राइमरी प्रोसेसिंग यूनिट, दाल मिल, फ्लोर मिल, आटा मिल, कस्टम हायरिंग सेंटर, मसाला उद्योग, बांस प्रोसेसिंग उद्योग इत्यादि में AIF योजना का लाभ ले सकते हैं। AIF पोर्टल का तकनीकी प्रशिक्षण श्री गोविंद शर्मा द्वारा दिया गया। कार्यशाला में हितग्राहियों को हर संभव सहायता मुहैया कराना और इससे लाभान्वित होने का आव्हान किया। AIF योजना में अभी तक रीवा संभाग में 416 आवेदनों में 456 करोड़ रूपये तथा प्रदेश में 5494 करोड़ रूपये की राशि बैंको द्वारा स्वीकृत की जा चुकी है‚ जिससे म.प्र. देश में प्रथम स्थान पर हैं। 
 कार्यशाला में मंडी बोर्ड आंचलिक कार्यालय रीवा के संयुक्त संचालक श्री एच. आर. लारिया, उपसंचालक AIF डॉ. पूजा सिंह, सहायक संचालक श्री गोविंद प्रसाद शर्मा, सहायक उपनिरीक्षक AIF श्री आदित्य राज सिंह चौहान, मंडी सचिव रीवा तथा बड़ी संख्या में कृषि विभाग, उद्यानिकी, नाबार्ड‚ बैंक एवं कर्मचारी, मीडिया के साथी सहित किसान एवं व्यापारी प्रतिनिधि कार्यशाला में सम्मिलित हुए।  
 कार्यक्रम के अंत में मंडी समिति रीवा के सचिव श्री नागेश्वर कोल द्वारा उपस्थित समस्त अतिथियों, अधिकारियों, किसान एवं व्यापारी प्रतिनिधियों‚ पत्रकार साथियों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया गया।