भारत के विकास में महिलाओं का योगदान अहम : मंत्री सुश्री भूरिया

भोपाल l महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत विकास के नये आयाम छू रहा है। इसमें महिलाओं का हर कदम पर योगदान बढ़ता जा रहा है। आत्मनिर्भर भारत बनने के लक्ष्य को हासिल करने के लिये महिलाओं सशक्तिकरण, अनुसंधान और उद्यमिता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यह न केवल समाज को सशक्त बनाती हैं बल्कि देश को आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान देती है। मंत्री सुश्री भूरिया भोपाल में आयोजित अनुनय, एजुकेशन एण्ड वेलफेर सोसायटी की 14वीं वर्षगांठ पर ऊर्जस्विता सम्मान-2025 कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं।
मंत्री सुश्री भूरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में महिला एवं बाल विकास पर आधारित कई योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हुए हैं। समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिये कई योजनाओं का संचालन और शिक्षा एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने विकास में सभी की भागीदारी पर जोर देते हुए कहा कि किसी भी क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिये सिर्फ प्रशासन की नहीं बल्कि हर नागरिक को अपनी भूमिका निभानी होगी। मंत्री सुश्री भूरिया ने कहा कि आज इस कार्यक्रम में उन महिलाओं को सम्मानित किया जा रहा है, जिन्होंने अपने क्षेत्र में इतने महत्वपूर्ण कार्य किये हैं, जिसकी गूंज देश-विदेश तक पहुंची है। उन्होंने कहा कि संस्था पिछले 14 वर्ष से गरीब और वंचित तबके के बच्चों को शिक्षा एवं उनके सर्वांगीण विकास के लिये कार्य कर रही है। संस्था ने ऐसे बच्चों को भी शामिल किया है, जो बाल मजदूरी, भीख मांगना या कचरा बीनने का काम करते थे। मंत्री सुश्री भूरिया ने सभी सम्मानित महिलाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे विभिन्न क्षेत्रों में महती भूमिका निभाकर समाज को देश को आगे ले जाने का काम कर रही हैं, जो वाकई काबिल-ए-तारीफ है।
इन महिला विभूतियों का हुआ सम्मान:-
डॉ. अनामिका जैन- उच्च शिक्षा (इंदौर), डॉ. पल्लवी तिवारी - विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (यूएस), सुश्री संप्रिया पूजा- लोकनृत्य एवं गायन, (छत्तीसगढ़), डॉ. वंदना अग्रवाल -स्कूल शिक्षा (छत्तीसगढ़), सुश्री ओरियल प्रिज़मैन - संरक्षण (यूके), डॉ. आरती सिन्हा- साउंड हीलर एवं वेलनेस कोच, सुश्री चंद्रकला परस्ते- जनजातीय संस्कृति (डिंडोरी), सुश्री प्रभाकर खलको- प्रशासन (छत्तीसगढ़), सुश्री मेघा मुक्तिबोध- शिक्षा, सुश्री मनीषा आनंद- मिसेज़ इंडिया, सुश्री शोमिता भट्टाचार्य- पर्यावरण, (इंदौर), सुश्री रोली शर्मा, विपणन पेशेवर (नई दिल्ली), सुश्री आशा पठानिया- सत्कार उद्योग (हरियाणा), सुश्री दिव्या अत्रि- समाज सेवा, सुश्री भूमिका कलम- ज्योतिष (इंदौर), सुश्री अंजु तड़ियाल - कौशल विकास, सुश्री दक्षा वैदकर- प्रिंट मीडिया, सुश्री हुमेरा ख़ान - सामाजिक उद्यमी, सुश्री श्रुति सिंह - राजनीति, सुश्री विशाखा कवठेकर- आर्किटेक्ट, सुश्री अर्पणा चेंडके- उद्यमी (इंदौर), सुश्री दीक्षा पाटकर भदौरिया - नवाचार, सुश्री आराधना मालवी - आदिम कल्याण एवं खेलकूद (बैतूल), सुश्री मीरा - इंफ्लुएंसर (चीन), सुश्री पूर्वा त्रिवेदी- इलेक्ट्रॉनिक मीडिया। बालाघाट में सामुदायिक विकास के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए सुश्री मार्गी वॉट्स कार्टर को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।