वाराणसी l प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विश्व में भारत का कद लगातार बढ़ रहा है। सांस्कृतिक और धार्मिक रूप से भारत निरन्तर सशक्त होता जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उनका अनुसरण करते हुए प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 20 धार्मिक और सांस्कृतिक लोको का निर्माण किया जा रहा है। प्रदेश सरकार का उद्देश्य धार्मिक तीर्थाटन को विश्व स्तरीय बनाना है। संस्कृति, पर्यटन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेंद्र सिंह लोधी काशी वाराणसी में सेंटर फॉर सनातन रिसर्च द्वारा आयोजित "शक्तिपीठ महासमागम" कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। 

राज्य मंत्री श्री लोधी ने कहा कि प्रदेश में शारदा पीठ मैहर का विकास शारदा लोक और नर्मदा शक्तिपीठ का विकास नर्मदा लोक के रूप में किया जा रहा हैं। प्रदेश में स्थित दोनों ज्योतिर्लिंग बाबा महाकालेश्वर और ममलेश्वर का सर्वांगीण विकास किया जा रहा हैं। इसी तरह भारत में स्थित शक्तिपीठों और ज्योर्तिलिंगों को एक योजना बद्ध तरीके से पर्यटन और सांस्कृतिक सर्किट के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। ठहरने की व्यस्था, पहुंच मार्ग जैसी आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए। व्यापक स्तर पर उसका प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए, जिससे इन शक्तिपीठ और ज्यार्तिलिंग पर तीर्थाटन और पर्यटन बढ़ेगा और हम अखण्ड भारत बनने की दिशा में प्रगतिशील होंगे।

राज्य मंत्री श्री लोधी ने कहा कि उनका सौभाग्य है। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में आने का अवसर मिला। काशी भौतिकता और आध्यात्मिकता का समागम है। काशी भारत के प्राचीनतम शहरों में से एक है। 

उल्लेखनीय है कि पहली बार 51 शक्तिपीठ और द्वादश ज्योतिर्लिंग के पीठाधीश्वर, संत-महात्माओं का महासमागम हुआ है। सेंटर फॉर सनातन रिसर्च का यह आध्यात्मिक समागम शिव के बारह ज्यातिर्लिंग और शक्ति के 51 शक्तिपीठ के महत्व को जन-जन तक पहुंचाने के पुनीत उद्देश्य से किया गया है, जिससे संपूर्ण भारतवर्ष सनातनी सुगंध से पुष्पित और सुगंधित हो सके।