फिर आमने-सामने होगी पुरानी जोड़ी

सोहागपुर। विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने शेष है लेकिन दोनों ही राजनीतिक दल सक्रिय हो चुके हैं। सोहागपुर विधानसभा चुनाव की बात करें तो यहां एक बार फिर दोनों ही राजनैतिक दलों के प्रत्याशी बाहरी ही होंगे यह तय माना जा रहा है । कांग्रेस ने दो बार स्थानीय प्रत्याशी पर दांव लगाया परंतु वह सफल नहीं हो सके। तीसरी बार पिपरिया विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक अर्जुन पलिया के पुत्र सतपाल पलिया को टिकट दिया और कांग्रेस चुनावी मुकाबले में नेट टू नेट आ गई हालांकि विधायक विजयपाल सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल पलिया को पराजित किया। एक बार फिर इन दोनों के ही मध्य चुनावी मुकाबला होना तय माना जा रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव में मिली हार के बावजूद सतपाल पलिया सोहागपुर विधानसभा क्षेत्र में निरंतर सक्रिय हैं वही विधायक विजयपाल सिंह की बात करें तो वह हमेशा ही चुनावी मोड में रहते हैं। सोहागपुर विधानसभा क्षेत्र में उन्होंने कई विकास कार्य भी कराए हैं और वे लोगों की मदद के लिए भी सदैव तत्पर रहे हैं । एक कड़वी सच्चाई भी यही है कि सोहागपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतना हमेशा कठिन टास्क होता है लेकिन विधायक विजयपाल सिंह अपने कुशल चुनावी प्रबंधन की दम पर चुनाव में जीत दर्ज कराते हैं । उन्होंने बाहरी होने के बावजूद दो बार मजबूत जनाधार वाले स्थानीय कांग्रेस प्रत्याशियों को पराजित किया और कसमकश भरे तीसरे चुनाव में भी उन्होंने जीत दर्ज की हालांकि इस बार जीत का अंतर लगभग दस हजार वोटों से भी कम रहा। सूत्रों की माने तो भाजपा के पास सोहागपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए विधायक विजयपाल सिंह ही सबसे मजबूत प्रत्याशी हैं वहीं कांग्रेस भी सतपाल पलिया पर एक बार फिर दाव लगाने की तैयारी में है। चर्चा है कि कांग्रेस से सतपाल पलिया को हरी झंडी मिल चुकी है। कुल मिलाकर एक बार फिर पुरानी जोड़ी के बीच ही चुनावी मुकाबला होना तय माना जा रहा है।