अलीराजपुर l राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय अन्तर्गत स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र अलीराजपुर में 100 दिन कार्य योजनान्तर्गत विकसित भारत विषय पर आयोजित नर्सरी का निर्माण एवं प्रवर्धन के समापन अवसर पर म.प्र. सरकार के केबीनेट मंत्री माननीय श्री नागरसिंह चौहान अनुसुचित जनजातिय कल्याण विभाग मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुवे। इस दौरान मंत्री श्री नागरसिंह चौहान ने शिक्षित बेरोजगार युवाओं एवं किसानों को खेती की आधुनिक तकनिकी को व्यवसाय के रूप में अपनाकर अधिक आमदनी प्राप्त करना साथ ही प्रशिक्षणार्थीयों को स्वयं की रूचि एवं ज्ञान का खेती की नवीन तकनिकी में उपयोग करना जैसे बरबरी बकरी पालन, कड़कनाथ पालन एवं पशुपालन कर दुध का विक्रय कर आमदनी प्राप्त करना एवं अन्य व्यक्तियों को रोजगार देने की बात पर बल दिया। युवाओं को नर्सरी का निर्माण कर पौधों के विक्रय के महत्व को विस्तार से बताया। जैसे-1. वलसाड़ गुजरात में किसान आम की नर्सरी से ग्राफटेड पौधे तैयार कर एक पौधे से 40-50 प्रकार की ग्राफटिंग करना जिससे भिन्न भिन्न प्रजाति के फल प्राप्त होते है। 2. पडोसी क्षेत्रो में सेडनेट हाउस में सब्जियों एवं फुलों की नर्सरी तैयार कर किसानों की मांग अनुसार संकर प्रजाति के पौधे तैयार कर, एक वर्ष में पौधे का विक्रय कर अधिक से अधिक आमदनी प्राप्त की जाती है। कार्यक्रम में माननीय मंत्री श्री चौहान के द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को पांच दिवसीय कृषक प्रशिक्षण दिनांक 2 से 6 सितम्बर के समापन पर प्रमाण पत्र वितरित किये गयें। इस प्रशिक्षण में वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. आर. के. यादव द्वारा उपयुक्त विषय पर प्राप्त प्रशिक्षण का स्वरोजगार प्रारंभ करने पर बल दिया। तकनीकी विषय पर प्रशिक्षण मुकेश बेनेल द्वारा दिया गया। डॉ. मुकेश गुप्ता द्वारा नर्सरी निर्माण एवं प्रबंधन की में आर्थिकी के बारे में बताया। श्री रामसिंह डुडवे जी का प्रशिक्षण में विशेष सहयोग रहा।