भोपाल । पुलिस महानिदेशक श्री कैलाश मकवाणा के नेतृत्‍व में एवं महिला सुरक्षा शाखा के मार्गदर्शन में संचालित “ऑपरेशन मुस्कान” अभियान के अंतर्गत प्रदेश के सभी जिलों की पुलिस द्वारा लापता, अपहृत एवं गुमशुदा बालक-बालिकाओं को दस्तयाब करने के लिए निरंतर और सतत अभियान चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य ऐसे बच्चों को खोजकर सुरक्षित उनके परिजनों से मिलाना है, जो किसी कारणवश अपने घरों से दूर हो गए हों।

माह अक्टूबर 2025 की प्रमुख उपलब्धियाँ

अक्टूबर माह में प्रदेश की विभिन्न पुलिस टीमों ने उल्लेखनीय कार्यवाही करते हुए 120 बालक-बालिकाओं को विभिन्न राज्यों से दस्‍तयाब किया और सकुशल उनके परिजनों को सौंपा।

-थाना माधवनगर पुलिस ने दो नाबालिग बालिकाओं को कोटा (राजस्थान) से दस्तयाब किया।

-बालाघाट जिले की लांजी पुलिस ने बालिका को नासिक (महाराष्ट्र) से 24 घंटे में बरामद किया।

• टीकमगढ़ पुलिस ने बालिका को हैदराबाद (तेलंगाना) से दस्तयाब किया।

• पिछोर पुलिस ने बालिका को सूरत (गुजरात) से बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार किया।

• विदिशा पुलिस ने साइबर तकनीक की सहायता से 48 घंटे में बालिका को सुरक्षित दस्‍तयाब किया।

• कटनी पुलिस ने 14 वर्षीय बालिका को अलवर (राजस्थान) से दस्तयाब किया।

• राजगढ़ जिले की लीमाचौहान पुलिस ने बालिका को कर्नाटक से बरामद किया।

• खरगोन पुलिस ने लगभग 1200 किलोमीटर की दूरी तय कर बालिका को गोरखपुर (उत्तरप्रदेश) से सुरक्षित पाया।

उज्जैन, इंदौर, सागर, सीधी, रीवा, सीहोर, बुरहानपुर, देवास, बालाघाट, उमरिया सहित अन्य जिलों की पुलिस ने भी तत्परता और संवेदनशीलता के साथ कार्यवाही करते हुए बालक-बालिकाओं को सुरक्षित दस्तयाब किया। इन कार्रवाइयों के दौरान कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया एवं उनके विरुद्ध POCSO अधिनियम तथा भारतीय न्‍याय संहिता की संबंधित धाराओं में प्रकरण दर्ज किए गए।

माह नवंबर 2025 की प्रारंभिक उपलब्धियाँ

नवंबर माह की शुरुआत में भी अभियान की सफलता निरंतर जारी है। अब तक 29 बालक-बालिकाओं को विभिन्‍न जिलों की पुलिस टीमों ने दस्‍तयाब कर सकुशल परिजनों से मिलाया है। 

• थाना बड़ामलहरा पुलिस ने बालक-बालिका सहित तीन बच्चों को दस्तयाब किया।

• थाना भौंती पुलिस ने 48 घंटे में नाबालिग बालिका को सुरक्षित कर आरोपी को गिरफ्तार किया।

• चौकी खोड़ पुलिस ने भीलवाड़ा (राजस्थान) से लापता बालिका को खोज निकाला।

• थाना अलीपुरा पुलिस ने बालिका को बड़वानी से तथा महाराजपुर पुलिस ने बालिका को जम्मू से बरामद किया।

• उज्जैन की बिरलाग्राम पुलिस ने दो सगी बहनों को द्वारका (गुजरात) से सुरक्षित किया। 

• बरही पुलिस ने दो अपहृत बालिकाओं को गुजरात एवं उमरिया से सुरक्षित दस्तयाब किया।

इसके अतिरिक्त सीहोर, अशोकनगर, डिंडौरी, टीकमगढ़, इंदौर, देवास, मुलताई, बोरदेही, आष्टा, भैरूंदा पुलिस ने भी तकनीकी सहयोग तथा संवेदनशीलता से शीघ्र कार्रवाई कर बालक-बालिकाओं को परिजनों को सौंपा।

मध्यप्रदेश पुलिस ने सतर्कता, तकनीकी विश्लेषण, साइबर मॉनिटरिंग, स्थानीय सूचना और त्वरित टीमवर्क के माध्यम से यह उपलब्धि हासिल की है। “ऑपरेशन मुस्कान” ने यह सिद्ध किया है कि मध्यप्रदेश पुलिस केवल कानून-व्यवस्था की प्रहरी नहीं, बल्कि मानवता और संवेदनशीलता की प्रतीक भी है। हर दस्‍तयाब बच्चे के चेहरे पर लौटी मुस्कान ही इस अभियान की सच्ची सफलता है।