भोपाल l महाराष्ट्र के समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने औरंगजेब को "अच्छा राजा" बताते हुए कहा था कि उसके शासनकाल में भारत अफगानिस्तान तक फैला था। साथ ही उन्होंने दावा किया कि औरंगजेब और छत्रपति शिवाजी महाराज के बीच संघर्ष सत्ता और भूमि को लेकर था, न कि धर्म के कारण। इस बयान के बाद तीखी प्रतिक्रिया आई और बाद में दबाव बढ़ने पर उन्होंने अपना बयान वापस ले लिया। बयानों की यह आग अब मध्य प्रदेश तक भी आ पहुंची है अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का एक बयान भी आया है जो अब सोशल मीडिया में सुर्खियों का विषय बना हुआ है l पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि औरंगजेब सनातन विरोधी था और उसका विरोध करना सनातन धर्म की मजबूती का प्रतीक है। उन्होंने कहा,
"औरंगजेब ने सनातन धर्म और राष्ट्र के लिए कुछ नहीं किया। इसलिए उसकी कब्र भारत से हटाई जानी चाहिए। उसकी जगह जो भी बनाना हो, बनाया जाए।"