अपनी ही पीठ थपथपाने निकली मुख्य अभियंताओं की टीम

भोपाल l लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रदेश में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु एक व्यापक कार्ययोजना के अंतर्गत 5 जुलाई 2025 को सात मुख्य अभियंताओं की टीमों ने हरदा, जबलपुर, गुना, खंडवा, सतना, शाजापुर एवं निवाड़ी जिलों में औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के लिए कुल 34 निर्माण कार्यों को रैंडम आधार पर चयनित किया गया। इनमें 14 कार्य लोक निर्माण विभाग (सड़क/पुल), 11 कार्य पी.आई.यू. (भवन), 6 कार्य मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम, 2 कार्य म.प्र. भवन विकास निगम तथा 1 कार्य राष्ट्रीय राजमार्ग का शामिल था।
निरीक्षण के बाद प्रतिवेदन की समीक्षा श्री आर.के. मेहरा, तकनीकी सलाहकार, म.प्र. सड़क विकास निगम की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई। बैठक में प्रमुख अभियंता श्री के.पी.एस. राणा, प्रमुख अभियंता (भवन) श्री एस.आर. बघेल, श्री अनिल श्रीवास्तव, मुख्य अभियंता श्री ए.आर. सिंह सहित अधीक्षण यंत्री, कार्यपालन यंत्री एवं निरीक्षणकर्ता अधिकारी उपस्थित रहे। निरीक्षण प्रतिवेदनों के अनुसार जबलपुर जिले के अमझर-लोहकारी-पढवार मार्ग (परफॉर्मेंस गारंटी अंतर्गत) का कार्य उत्कृष्ट पाया गया, जिसके लिए कार्यपालन यंत्री श्री शिवेन्द्र सिंह, अनुविभागीय अधिकारी श्री अतुल चौकसे एवं ठेकेदार मेसर्स अतुल खरे की सराहना की गई।
इसी प्रकार, खंडवा जिले में सीएम राइज स्कूल भवन तथा निवाड़ी जिले में सीएमएचओ कार्यालय एवं 100 बिस्तरीय अस्पताल भवन का निर्माण कार्य भी संतोषजनक पाया गया। रीवा संभाग में रीवा-बनकुईया-सेमरिया मार्ग का कार्य अच्छा पाया गया। आशापुर-हरदा मार्ग पर पेच रिपेयर कार्य प्रगति पर है, जिसे शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। सीधी-सिंगरौली मार्ग पर आवश्यक सुधार कार्य प्रारंभ हैं। जबलपुर-नरसिंहपुर-पिपरिया मार्ग पर भी पेच रिपेयर की आवश्यकता बताई गई है, जिसे लेकर संभागीय प्रबंधक को निर्देशित किया गया है।
समीक्षा में यह भी निर्देशित किया गया कि समस्त भवनों के एक्सपेंशन जॉइंट्स का संधारण कार्य प्राथमिकता से कराया जाए, जिसके लिए प्रमुख अभियंता (भवन) को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने के लिए कहा गया। सतना जिले के छिंदा-शिवपुर-सेमरी मार्ग पर निर्माणाधीन पुल की फिनिशिंग कार्य में कमियां पाई गईं। इसके लिए संबंधित कार्यपालन यंत्री को स्पष्टीकरण पत्र जारी करने हेतु निर्देश दिए गए।
सभी अभियंताओं को निर्देशित किया गया कि वे औचक निरीक्षण अथवा अन्य अवसरों पर सड़कों की स्थिति, पॉटहोल्स या अन्य आवश्यक सुधार कार्यों से संबंधित जानकारी लोकपथ मोबाइल ऐप में अनिवार्य रूप से दर्ज करें, जिससे समयबद्ध कार्यवाही सुनिश्चित हो सके। यह पूरी कार्यवाही विभाग द्वारा गुणवत्ता नियंत्रण, पारदर्शिता और उत्तरदायित्व सुनिश्चित करने की दिशा में एक सशक्त पहल मानी जा रही है।