ग्वालियर l जल संरचनाओं से आगामी रबी फसल सिंचाई के लिए पर्याप्‍त पानी उपलब्‍ध होने पर किसानों को मांग अनुसार जल संरचनाओं से निर्धारित एक पलेबा एवं एक या दो पानी उपलब्‍ध कराया जाए। जिससे कृषकगण समयानुसार अपनी फसलों के लिए सिंचाई कर उत्‍पादन प्राप्‍त कर सके। इस आशय विचार कलेक्‍टर श्री सुभाष कुमार द्विवेदी ने मंगलवार को कलेक्‍ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक में व्‍यक्‍त किये। कलेक्‍टर श्री द्विवेदी ने निर्देशित किया कि किसानों को माह नवम्‍बर 2024 के प्रथम सप्‍ताह में पलेबा हेतु पानी दिये जाने की शुरूआत की जाए। जल का अधिक से अधिक सदुपयोग हो इसकी सतत निगरानी रखी जाए। उन्‍होंने सिंचाई वसूली के संबंध में निेर्देशित किया कि सिंचाई वसूली हेतु बडे बकायादारों की सूची तैयार कर सिंचाई वसूली की जाए। अमाही तालाब से अशोकनगर नगरपालिका को पेयजल लिए जल प्रदाय किया जाता है। इस हेतु आरक्षित जल के अतिरिक्‍त जल की व्‍यवस्‍था रखी जाए। उन्‍होंने आमाही तालाब से जल की चोरी करने वाले के विरूद्ध सख्‍त कार्यवाही की जाए। इस हेतु संबंधित विभाग द्वारा निरंतर मॉनीटरिंग की जाए।उन्‍होंने निर्देश दिए कि नहरों का सुधार कार्य किया जाए। जिससे पानी टेल तक पहुंच सके। उन्‍होंने सुधार कार्य की मॉनीटरिंग की जाए। साथ ही सुधार कार्य के पहले और अब के फोटोग्राफ्स उपलब्‍ध कराये जाए। उन्‍होंने मत्‍स्‍य विभाग को निर्देशित किया कि मत्‍स्‍य पालन हेतु समितियों को पट्टे दिए जाते है इसकी सूची जलसंसाधन विभाग को उपलब्‍ध कराई जाए। साथ ही समितियों/पट्टेधारियों को मत्‍स्‍य विभाग द्वारा निर्देशित किया जाए कि स्‍लूस गेट के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ न की जाए। उन्‍होंने सिंचाई वसूली के लिए जल संसाधन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र लिया जाए। बैठक में बताया गया कि जिले में 02 मध्‍यम,31 लघु जलाशय तथा 20 बैराज स्‍टाफ डेम/ वीयर सिंचाई योजनाओं इस प्रकार कुल 53 जल संरचनाएं निर्मित है। जिसमें 105.032 मिली घनमीटर जल भराव क्षमता है। वर्तमान में कुल 53 संरचनाओं में सिंचाई हेतु 102.053 मि.घ.मी.जल उपलब्‍ध है। जिले में वर्ष 2024-25 में 20339 हेक्‍टेयर क्षेत्र में रबी सिंचाई किया जाना प्रस्‍तावित है। अशोकनगर की 02 मध्‍यम योजनाओं(कोंचा/मोला) से 6820 हेक्‍टेयर में,31 लघु योजनाओं से 9425 हेक्‍टेयर एवं 20 बैराजों/स्‍टाप डेम/वीयर से 4094 हेक्‍टेयर में इस प्रकार कुल 53 योजनाओं से 20339 हेक्‍टेयर क्षेत्र में रबी सिंचाई किया जाना प्रस्‍तावित है। अशोकनगर जिले की सीमा के अंतर्गत राजघाट परियोजना से संचालित नहरों से 02 जल उपभोक्‍ता संस्‍थाएं(दोनाला हिरावल संस्‍था एवं गोधन हंसारी संस्‍था)संचालित है। जिनसे 2206 हेक्‍टेयर एवं 2566 हेक्‍टेयर इस प्रकार कुल 4772 हेक्‍टेयर में रबी सिंचाई किया जाना प्रस्‍तावित है। जिले की अमाही लघु सिंचाई योजना की जल भण्‍डारन क्षमता 12.58 मिलियन घनमीटर है। जिसमें से 5.313 मिली घन मीटर नगरपालिका अशोकनगर को शहर के पेयजल हेतु आरक्षित किया जाता है। शेष जल से 1290 हेक्‍टेयर क्षेत्र में रबी सिंचाई किया जाना प्रस्‍तावित है। बैठक में अशोकनगर विधायक श्री हरीबाबू राय,मुख्‍य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ.नेहा जैन,अतिरिक्‍त पुलिस अधीक्षक श्री गजेन्‍द्र सिंह कंवर,कार्यपालन यंत्री जलसंसाधन श्री ए.के.अहिरवार,अनुविभागीय अधिकारी जल संसाधन,उपयंत्री तथा संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।