भोपाल । कांग्रेस का ‘न्याय-पत्र‘, न्याय नहीं अन्याय की गारंटी है। अन्यायी कांग्रेस को न्याय-पत्र जारी करने का कोई अधिकार नहीं है। कांग्रेस के न्याय-पत्र का मतलब असुरक्षित महिलाएं, बेरोजगारी, किसानों पर कर्ज का बोझ, मजबूर और बेबस मजदूर, साथ ही वंचितों के साथ भेदभाव और आदिवासियों व अल्पसंख्यक का शोषण तथा तानाशाही और दिखावे का लोकतंत्र है। जीतू पटवारी पत्रकार वार्ता में कमलनाथ क्यों नहीं आए इसका जवाब दें। राजनैतिक डिफाल्टर कांग्रेस के नए झूठ के पुलिदें पर जनता विश्वास नहीं करेगी। कांग्रेस ने आजादी के बाद से ही महिला, किसान, आदिवासियों एवं अल्पसंख्यकों का शोषण किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने महिलाओं को सम्मान और अधिकार देने का कार्य किया है। जबकि भाजपा ने पेसा कानून लागू कर आदिवासियों का सम्मान कर मान बढाया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम को पारित कराकर देश की लोकसभा और प्रदेश की विधानसभाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण देने का कानून बनाया है। यह बात भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता व सांसद श्री सुमेर सिंह सोलंकी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र पर हुई पत्रकार वार्ता को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कही। 
बैगा-भारिया एवं सहरिया बहनों का पैसा ही खा गई कांग्रेस
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व सांसद श्री सुमेर सिंह सोलंकी ने कहा कि कांग्रेस और कांग्रेस के नेता हमेशा महिला विरोधी रहे हैं। कांग्रेस के नेता महिलाओं को सजावट का सामान और टंच माल समझते हैं, भरे मंच से अपनी पार्टी की महिला नेत्रियों को अपमानित करते है वो किस तरह ‘अधिकार मैत्री’ के तहत महिलाओं को उनके हक के लिए जागरूक करेंगे? उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने 15 माह के शासनकाल में मुख्यमंत्री प्रसूति सहायता योजना बंद कर गर्भवती महिलाओं को लड्डू खाने के लिए मिलने वाले 16000 रूपये डकार लिए थे। जिन कांग्रेसियों ने सरकार में रहते हुए बैगा-भारिया एवं सहरिया बहनों को अतिकुपोषण मिटाने के लिए हर महीने मिलने वाले एक हजार रुपये पर डाका डाला हो, क्या वे महालक्ष्मी गारंटी और 1 लाख रूपये की सलाना सहायता महिलाओं को दे सकते हैं ? 
महिला विरोधी पार्टी है कांग्रेस
प्रदेश प्रवक्ता श्री सुमेर सिंह सोलंकी ने कहा कि कांग्रेस में कांग्रेस की महिला नेता ही महिलाओं की विरोधी हैं। हाल ही कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने हेमा मालिनी को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने हिमाचल के मंडी से भाजपा प्रत्याशी अभिनेत्री सुश्री कंगना रनौत को बाजारू और छोटी काशी के नाम से पहचान रखने वाली (मंडी) की तुलना महिलाओं की मंडी से की है। वहीं, रेणुका चौधरी ने तो कहा था कि “रेप तो चलते ही रहते हैं। (रेप इज कॉमन)। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भारतीय अर्थव्यवस्था का मजाक उड़ाते हुए कहा था हमारी चिल्लर भी मिस वर्ल्ड बन गई है। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी की एक सीडी आई थी, जिसमें वह एक महिला वकील को जज बनवाने का लालच देते हैं। जब कांग्रेस की महिला नेताओं की सोच ही महिलाओं के प्रति अपमानजनक हो तो उनके पुरुष नेताओं की क्या सोच होगी,आसानी से समझा जा सकता है। सुरजेवाला के निदंनीय बयान पर सोनिया गांधी शर्मिंदा होने की जगह मौन क्यों रही ? 
हक लूटने वाले क्या हक देंगे
प्रदेश प्रवक्ता व सांसद श्री सुमेर सिंह सोलंकी ने कहा कि कांग्रेस वह पार्टी है जो सत्ता में रहते हुए घोटाले और भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड बनाती है। जिन्होंने सरकार में रहते हुए पूरी आबादी को का पूरा हक लूटा हो, वो आधी आबादी-पूरा हक देंगे? कांग्रेस नेता स्व. राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए स्वयं कहा था कि कांग्रेस सरकार में गरीबों के लिए दिल्ली से एक रूपए भेजता हूं तो गरीबों को सिर्फ 15 पैसे ही मिल पाते हैं, बाकी 85 पैसे कांग्रेस के बिचौलिए ही खा जाते थे। 
आदिवासी युवा नेता को चुनाव के अंतिम वक्त हटा दिया
श्री सोलंकी ने कहा कि कांग्रेस हमेशा युवाओं और आदिवासियों का सबसे बड़ा हितैषी बताकर हर मंच पर मुनादी करती है, लेकिन लोकसभा चुनाव के ठीक पहले आदिवासी युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया को हटा दिया गया। कांग्रेस युवाओं और आदिवासियों की विरोधी रही है। यह बात कांग्रेस समय पर स्वयं सिद्ध करती रही है। कांग्रेस ने 2018 में विधानसभा चुनावों में वचन पत्र (घोषणा पत्र) में प्रदेश के युवाओं को चार हजार रुपए तक का बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था,लेकिन कमलनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद नहीं दिया। उन्होंने कहा कि कमलनाथ की 15 महीने की सरकार में बेरोजागरों की संख्या रोज बढ़ती जा रही थी, यह किसी से छिपा हुआ नहीं है। कांग्रेस न तो युवाओं की हितैषी है और न ही आदिवासियों की।