जिला स्तरीय तकनीकी समूह की बैठक में वर्ष 2025-26 हेतु फसल ऋणमान तय किये

झाबुआ कलेक्टर नेहा मीना की अध्यक्षता में जिला स्तरीय तकनीकी समूह की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में बैंक के महाप्रबंधक के. के. रायकवार द्वारा कृषि ऋण हेतु प्रस्तावित वित्तीय ऋणमानो, फसलो के औसत उत्पादन एवं उत्पादन लागत सहित विषयवार जानकारी से अवगत कराया गया। किसानों एवं कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग व वैज्ञानिको से विचार विमर्श पश्चात सर्वसम्मति से खरीफ 2025 एवं रबी 2025-26 हेतु फसलों के वित्तीय ऋणमान निर्धारित किये गये एवं सदस्यों को निर्धारित मापदण्ड अन्तर्गत ब्याज अनुदान उपलब्धता अन्तर्गत अधिकतम केसीसी ऋण रुपये 3.00 लाख की सीमा यथावत तय की गई। उद्यानिकी फसलो में आम, कैला, अमरूद, संतरा, नींबू, पपीता, आंवला, अनार सहित तरबूज को भी इस वर्ष सम्मिलित कर ऋणमान निर्धारित किये जाकर राज्य स्तरीय कमेटी को अनुशंसा की गई हैं।
बैठक में कलेक्टर नेहा मीना द्वारा नगदी फसलों को प्रोत्साहित किये जाने हेतु एवं सहकारी संस्था के पैक्स में वन पट्टाधारियों को सदस्य बनाये जाने हेतु निर्देशित किया। साथ ही जिला स्तरीय तकनीकी समूह की बैठक में छोटे, मध्यम एवं बड़े किसानों का प्रतिनिधित्व रहे जिससे छोटे किसानों को अपनी बात करने के लिए प्लेटफॉर्म मिल सके। बैठक में उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास श्री नगीन रावत, वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र डॉ. जगदीश मोर्य, सहायक संचालक उद्यानिकी नीरज सांवलिया, सहायक संचालक मत्स्य श्री दिलीप सोलंकी, उपायुक्त सहकारिता डी.सी. भिडे, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक मोहम्मद अल्ताफ, वरिष्ठ प्रबंधक म.प्र.ग्रामीण बैंक प्रेमलाल फुलकिया एवं केडिट मैनेजर मनीष तिवारी, पशुपालन विभाग से डॉ. के.एल.डामोर सहित क्षेत्र के उन्नतशील किसान उपस्थित रहे।