कटनी  -  जिले में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है।वर्तमान में खरीफ फसल हेतु जिले में कृषि कार्य तेजी से चल रहा है। किसान भाई अपनी मांग के अनुरूप सहकारी समितियों एवं डबल लाक केंद्र कटनी एवं बहोरीबंद सेअपनी आवश्यकतानुसार उर्वरक क्रय कर सकते हैं। जिला विपणन अधिकारी अमित तिवारी ने बताया कि वर्तमान में मार्कफेड के डबल लाक केंद्रों पर 1544.60 मेट्रिक टन एवं सहकारी समितियों में 1262 .59 मेट्रिक टन डीएपी उर्वरक उपलब्ध है।     सहकारी क्षेत्र में बीते वर्ष जहां इस अवधि में 4319 . 250 मेट्रिक टन डीएपी खाद का विक्रय किया गया था। तो वहीं इस साल  अब तक 5 160 .100 मेट्रिक टन डीएपी का विक्रय किया जा चुका है। जो पिछले साल के मुकाबले 840.85 मेट्रिक टन  अधिक है।      इसी प्रकार पिछले साल तक इस अवधि तक 6805.080 मेट्रिक टन यूरिया नीम का विक्रय किया गया था ।जबकि इस वर्ष अभी तक रिकॉर्ड 7453.800 मेट्रिक टन यूरिया नीम का विक्रय किया जा चुका है। वर्तमान में मार्कफेड के डबल लाक केंद्रों पर 91.800 मेट्रिक टन एवं सहकारी समितियां में 334.10 मेट्रिक टन नीम यूरिया उर्वरक उपलब्ध है ।विगत वर्ष की तुलना में इस अवधि तक 648.72 मेट्रिक टन नीम यूरिया का अधिक विक्रय किया जा चुका है। कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा जिले के लिए यूरिया उर्वरक  की माग से शासन को पहले ही अवगत करा दिया गया है। शासन स्तर से जल्दी ही आगामी तीन-चार दिनों में उर्वरक उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया है ।  जल्दी ही रैक लगने की संभावना है। जिले में पर्याप्त मात्रा में वर्तमान में नैनो यूरिया उर्वरक की उपलब्धता है। सहकारी समितियों में यूरिया खत्म होने की स्थिति में समितियों को यथासंभव शीघ्रता से डबल लाक केंद्रों से उर्वरक प्रदान किया जाता है, अथवा उर्वरक की रैक लगने पर सीधे रैक प्वाइंट से सहकारी समितियों को उर्वरक उपलब्ध कराई जाती है।