कृषि विभाग के अधिकारी संस्थाओं में स्टाक उर्वरक का करेंगे भौतिक सत्यापन

सतना /उप संचालक किसान कल्याण एवं कृषि विकास मनोज कश्यप ने बताया कि जिले में रबी सीजन की बोनी लगभग 80 प्रतिशत हो चुकी है। बोनी उपरांत फसलो की टॉप ड्रेसिंग के लिये सहकारी और निजी उर्वरक विक्रय केंद्रों में यूरिया पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। साथ ही जिले की मांग के अनुरुप शासन स्तर से यूरिया की रैक प्रदाय की जा रही है। उप संचालक श्री कश्यप ने बताया कि जिले के किसानों को यूरिया की खरीदी में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो, इसके लिये जिले के सभी विकासखंडों के उर्वरक निरीक्षकों और वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारियों को निजी और सहकारी संस्थाओं में उपलब्ध यूरिया की मात्रा का भौतिक सत्यापन करने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होने बताया कि सत्यापनकर्ता दल द्वारा उर्वरक विक्रय केंद्रों का निरीक्षण किया जायेगा। निरीक्षण में यूरिया उर्वरक की अद्यतन भौतिक मात्रा का मिलान आईएफएमएस पोर्टल पर प्रदर्शित मात्रा से किया जायेगा। साथ ही उर्वरक विक्रय केंद्रों में उपलब्ध उर्वरक की मात्रा की जानकारी और निर्धारित मूल्य प्रदर्शित करने डिस्प्ले बोर्ड भी लगवाये जायेंगे। सत्यापनकर्ता दल के अधिकारी शासन के दिशा-निर्देशों के विपरीत उर्वरक का निर्धारित मूल्य से अधिक पर विक्रय करते पाये जाने पर संबंधित विक्रेता के विरुद्ध उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के प्रावधानानुसार कार्यवाही भी प्रस्तावित किया जाना सुनिश्चित करेंगे। उप संचालक ने बताया कि यदि किसी भी माध्यम से किसान कल्याण एवं कृषि विकास कार्यालय को उर्वरक विक्रये क संबंध में शिकायत प्राप्त होती है तो इसकी संपूर्ण जवाबदेही संबंधित वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी की होगी।