जैविक खेती के विद्यार्थियों के लिए एक सप्ताह की कार्यशाला का हुआ शुभारंभ
बालाघाट l जेएसटी महाविद्यालय में आज एनईपी 2020 के व्यावसायिक पाठ्यक्रम जैविक खेती के विद्यार्थियों के लिए 12 से 17 फरवरी तक एक सप्ताह की कार्यशाला का शुभारंभ आईक्यूएसी एवं स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन के तत्वाधान में किया गया। कार्यक्रम के प्रथम तकनीकी सत्र में मुख्य प्रवक्ता डॉ. डीके राणा द्वारा छात्रों से जैविक खेती का आशय एवं उद्देश्य पुछकर अपना व्याख्यान प्रारंभ किया गया। डॉ. राणा नें जैविक खेती अपनाने के लिए आने वाली कठिनाईयों, प्रतिरोधक क्षमता युक्त पौधे की भूमिका तथा खरपतवार प्रबंधन, नियंत्रण एवं रोकथाम तथा कीट नियंत्रण के लिये जैव तकनीकों को अपनाने पर अपने विचार रखे। कार्यशाला के द्वितीय सत्र में जैविक खेती के महत्व एवं दुष्परिणाम के बारे में बताया गया। पंजाब में रासायनिक उर्वरकों के दुष्प्रभाव का उदाहरण देते हुये जैविक खेती के महत्व, खेती एवं स्वास्थ्य का घनिष्ठ संबंध, जैविक तकनीकी को अपनाकर जैविक फसलों के उत्पादान को कैसे बढ़ाया जा सकता है इससे भी विद्यार्थियों को अवगत कराया गया। कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. पीआर चंदेलकर सहित अन्य टीचर स्टॉफ उपस्थित रहा।