भोपाल । सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग जब खेड़ापति माता के मंदिर पहुंचे तो वहां मंदिर की चौखट पर उन्हें श्रद्धा रोते हुए दिखाई दी l मंत्री जी ने श्रद्धा से रोने का कारण पूछा तो वह पैर पड़ने लगी मंत्री जी ने उसे पैर पड़ने से रोका और फिर उस बहन की समस्या सुनी l श्रद्धा ने बताया कि उनके पास बच्चों की फीस जमा करने के पैसे नहीं है ,उनके पति का काम धाम भी ठीक-ठाक नहीं चल रहा है इसलिए वह माता की शरण में आई है l  तब मंत्री सारंग ने कहा कि आप माता के दरबार में आई हैं आप चिंता ना करें अपने पति को मेरे पास भेजें मैं आपका भाई हूं आपका काम भी अच्छा चलेगा और बच्चों की फीस भी जमा होगी अब आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है l यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है निसंदेह मंत्री की कार्य शैली ऐसी ही होनी चाहिए जिससे समाज में भी अच्छा संदेश जाए और पीड़ितों की भी मदद हो जाए l 

तुम्हारे दिल की चुभन भी ज़रूर कम होगी!           किसी के पाँव का काँटा निकाल कर देखो!"
कवि कुंवर बेचैन की ये पंक्तियां संवेदनशीलता का सार हैं।

 सहकारिता मंत्री  विश्वास सारंग द्वारा एक बहन की समस्या को हल करने का आश्वासन देना उनकी संवेदनशीलता को दर्शाता है। हर जनप्रतिनिधि को इसी भावना से कार्य करना चाहिए ताकि समाज में विश्वास बना रहे।