गाडरवाड़ा l देश को विश्वगुरु बनाने के लिए शिक्षक की भूमिका महत्वपूर्ण है। शिक्षकों के सहयोग के बगैर देश का विकास असंभव है। शिक्षा विभाग में प्रशासनिक पदों की भर्ती शिक्षकों के माध्यम से होगी। प्रत्येक जिले में सीएम राइज विद्यालयों की संख्या भी बढ़ाई जायेगी। उक्त विचार राज्य शासन के परिवहन एवं स्कूल शिक्षा श्री उदय प्रताप सिंह ने गाडरवारा में आयोजित राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक स्व. श्री प्रेमनारायण त्रिपाठी, श्री ओमकार बसेड़िया, शेख निजाम एवं उत्कृष्ट शिक्षक स्व. सुशील शर्मा की पुण्य स्मृति में शिक्षक संदर्भ समूह मध्यप्रदेश के तत्वावधान में राष्ट्रीय शिक्षा सम्मेलन एवं राज्य स्तरीय गिजुभाई शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम में व्यक्त किये। इस कार्यक्रम में प्रदेशभर से उपस्थित नवाचारी शिक्षकों द्वारा वर्तमान संसाधनों में उनके द्वारा किये गये नवाचारों के माध्यम से बेहतर शैक्षणिक वातावरण तैयार कर गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए बधाई दी। साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार कर अपना अनुकरणीय योगदान देने वाले प्रदेश के लगभग 500 शिक्षक- शिक्षिकाओं को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर हमारा विद्यालय, हमारा आनंद घर, अध्यापक की आवाज एवं जादुई छड़ी किताब का भी विमोचन किया गया।

      परिवहन एवं स्कूल शिक्षा मंत्री श्री सिंह ने बताया कि शीघ्र ही भोपाल में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगाजिसमें प्रदेश से शिक्षकों को आमंत्रित कर संवाद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे जब जनपद अध्यक्ष एवं सांसद रहे तब से लेकर अब तक शिक्षकों के हित के लिए कार्य करते रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। शिक्षा विभाग में प्रशासनिक पदों की भर्ती के लिए शिक्षा विभाग के शिक्षकों की परीक्षा लेकर भर्ती की जाएगी। सरकार ने शिक्षकों के हितों को देखते हुए प्रमोशन किये हैं। शिक्षा विभाग के सभी शिक्षकों का धन्यवाद, जिन्होंने शिक्षा विभाग की प्रमोशन प्रक्रिया का पालन करते हुए अपने-अपने पदों पर जॉइनिंग दी है। प्रदेश के प्रत्येक जिलों में सीएम राइज विद्यालय की संख्या बढ़ाई जायेगी, जिससे विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी। अभी मध्यप्रदेश सरकार 40 करोड़ रुपये की लागत से सीएम राइज विद्यालयों का निर्माण कर रही है। उन्होंने कहा कि भवन में शिक्षा देने एवं शिक्षा लेने वाले दोनों महत्वपूर्ण होते हैं। शिक्षा विभाग सरकार का अभिन्न अंग है।