भोपाल l प्रदेश सरकार के कुछ कायदे-कानून ऐसे हैं, जो कुछ अंतराल के बाद जारी होते रहते हैं। इनमें से एक है चार पहिया वाहनों के ऊपर लगे हूटर हटाने का अभियान। आदेश जारी होने के बाद सरकार के एक मंत्री जी का हूटर निकालते फोटो भी जारी हुआ था। हालांकि, सभी मंत्री ऐसे नहीं हैं। कई नेता भी स्वयं को कायदे कानूनों से ऊपर मानते हैं l लेकिन इस नियम के अमल की हकीकत देखना है तो ऐसी जगह पहुंच जाइए, जहां मंत्रियों, विधायकों के साथ अन्य नेताओं की भीड़ पहुंचती है। तत्काल पता चल जाएगा कि यह कानून सिर्फ आम जनता के लिए है, असरदारों के लिए नहीं। इस समय विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। वहां पुलिस का बड़ा अमला तैनात रहता है। वहां हूटर लगे वाहनों भी देखने को मिल जाते हैं। सवाल यह है कि जब पुलिस में सभी वाहनों से हूटर हटवाने का दम नहीं है, तो यह आदेश बार-बार जारी कर अभियान चलाया ही क्यों जाता है ? हूटर प्रेमी नेताओं के आगे पुलिस क्यों असहाय नजर आती है इतना ही नहीं अपनों के मामले में भी पुलिस का यही हाल है l रिश्वतकांड मामले में निलंबित ऐशबाग टीआई जितेन्द्र गढ़वाल को हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत गई है l इसी आधार पर एएसआई पवन रघुवंशी समेत तीनों पुलिसकर्मी जमानत के लिए लगाएंगे जल्द आवेदन लगाकर जमानत ले लेंगे  l पुलिस एक को भी नहीं कर सकी गिरफ्तार l